पंचांग के अनुसार 18 जुलाई, रविवार को आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है. चंद्रमा इस दिन तुला राशि में विराजमान रहेगा। अन्य ग्रहों की बात करें तो इस दिन राहु वृष राशि, बुध मिथुन राशि, सूर्य और मंगल कर्क राशि, शुक्र सिंह राशि, केतु वृश्चिक राशि, शनि देव मकर राशि और गुरु कुंभ राशि में विराजमान हैं।
आज की पूजा
भड़ली नवमी- पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की नवमी की तिथि को भड़ली नवमी के नाम से भी जाना जाता है। इसे भड़ाल्या नवमी या कंदर्प नवमी भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। विवाह के लिए इस तिथि को शुभ माना गया है।
सूर्य पूजा- रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से मान सम्मान और लोकप्रियता में वृद्धि होती है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है। पिता को भी सूर्य माना गया है। नवग्रहों में सूर्य को राजा माना गया है। सूर्य सभी ग्रहों के अधिपति हैं।
18 जुलाई 2021 पंचांग
विक्रमी संवत्: 2078
मास : आषाढ
पक्ष: शुक्ल
दिन: रविवार
तिथि: नवमी – 24:30:49 तक
नक्षत्र: स्वाति – 24:08:37 तक
करण: बालव – 13:39:15 तक, कौलव – 24:30:49 तक
योग: साघ्य – 25:55:22 तक
सूर्योदय: 05:34:20 AM
सूर्यास्त: 19:19:54 PM
चन्द्रमा: तुला राशि
द्रिक ऋतु: वर्षा
राहुकाल: 17:36:42 से 19:19:54 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
सूर्योदय – 5:39 AM
सूर्यास्त – 7:15 PM
चन्द्रोदय – Jul 18 1:27 PM
चन्द्रास्त – Jul 19 12:52 AM
आज के शुभ मुहूर्त-
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 12 बजे से 12 बजकर 55 मिनट तक।
विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 45 मिनट से 03 बजकर 40 मिनट तक।
निशीथ काल- मध्यरात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक।
गोधूलि बेला- शाम 07 बजकर 06 मिनट से 07 बजकर 30 मिनट तक।
अमृत काल- दोपहर 03 बजकर 51 मिनट से 05 बजकर 22 मिनट तक।
रवि योग- पूरा दिन।
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 13 मिनट से 04 बजकर 54 मिनट तक।
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- शाम 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक।
यमगंड- दोपहर 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक यमगंड।
गुलिक काल- दोपहर 03 बजकर 30 मिनट से 04 बजकर 30 मिनट तक।
दुर्मुहूर्त काल- शाम 05 बजकर 30 मिनट से 06 बजकर 25 मिनट तक।
वर्ज्य काल- सुबह 06 बजकर 49 मिनट से 08 बजकर 19 मिनट तक।
भद्रा- अगली सुबह 04 बजकर 34 मिनट से 05 बजकर 34 मिनट तक।