NEWSPR डेस्क। आज का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है।18 अगस्त को एकादशी की तिथि है। एकादशी की तिथि को भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिये उत्तम माना गया है। श्रावण शुक्ल की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। इस दिन माताएं संतान की बेहतरी के लिए व्रत रखती हैं। इसीलिए इस एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहा जाता है। पुत्रदा एकादशी का वर्णन महाभारत की कथाओं में भी मिलता है। माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को एकादशी व्रत के बारे में बताया था। एकादशी का व्रत सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है। एकादशी व्रत को सभी व्रतों में श्रेष्ठ माना गया है।
आज का पंचांग
विक्रमी संवत्: 2078
मास पूर्णिमांत: श्रावण
पक्ष: शुक्ल
दिन: बुधवार
तिथि: एकादशी – 25:07:49 तक
नक्षत्र: मूल – 24:07:44 तक
करण: वणिज – 14:15:06 तक, विष्टि – 25:07:49 तक
योग: विश्कुम्भ – 21:08:37 तक
सूर्योदय: 05:50:59 AM
सूर्यास्त: 18:59:03 PM
चन्द्रमा: धनु राशि
द्रिक ऋतु: वर्षा
राहुकाल: 12:24:49 से 14:03:08 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
शुभ मुहूर्त का समय, अभिजीत मुहूर्त – कोई नहीं
दिशा शूल: उत्तर
अशुभ मुहूर्त का समय –
दुष्टमुहूर्त: 11:58:35 से 12:51:02 तक
कुलिक: 11:58:35 से 12:51:02 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 06:43:58 से 07:36:24 तक
यमघण्ट: 08:28:50 से 09:21:17 तक
कंटक: 17:13:13 से 18:05:39 तक
यमगण्ड: 07:29:51 से 09:08:10 तक
गुलिक काल: 10:46:29 से 12:24:49 तक