NEWSPR डेस्क। आज भाद्रपद मास का आरंभ हो रहा है। भाद्रपद मास हिंदू कैंलेडर के अनुसार छठा महीना माना गया है। इसे भादो का महीना भी कहा जाता है। पंचांग के अनुसार 23 अगस्त 2021 सोमवार को भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन चंद्रमा कुंभ राशि में गोचर कर रहा है।
आज का सार
शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि को पूर्णिमा और कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या कहलाती है। तिथि के नाम – प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी, अमावस्या/पूर्णिमा।
23 अगस्त 2021 पंचांग (पंचांग 23 August 2021)
विक्रमी संवत्: 2078
मास पूर्णिमांत: भाद्रपद
पक्ष: कृष्ण
दिन: सोमवार
तिथि: प्रतिपदा – 16:33:05 तक
नक्षत्र: शतभिषा – 19:26:27 तक
करण: कौलव – 16:33:05 तक, तैतिल – 28:15:27 तक
योग: अतिगंड – 08:32:36 तक
सूर्योदय: 05:54:10 AM
सूर्यास्त: 18:53:02 PM
चन्द्रमा: कुम्भ राशि
द्रिक ऋतु: वर्षा
राहुकाल: 07:31:32 से 09:08:54 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
शुभ मुहूर्त का समय, अभिजीत मुहूर्त – 11:57:39 से 12:49:34 तक
दिशा शूल: पूर्व
अशुभ मुहूर्त का समय
दुष्टमुहूर्त: 12:49:34 से 13:41:30 तक, 15:25:21 से 16:17:16 तक
कुलिक: 15:25:21 से 16:17:16 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 10:13:48 से 11:05:43 तक
यमघण्ट: 11:57:39 से 12:49:34 तक
कंटक: 08:29:57 से 09:21:52 तक
यमगण्ड: 10:46:15 से 12:23:36 तक
गुलिक काल: 14:00:58 से 15:38:19 तक
आज की पूजा
भगवान शिव को पूजना होगा लाभदायक पूजा- सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। भाद्रपद मास की प्रतिपदा तिथि यानी भादो मास का शुभारंभ सोमवार के दिन से हो रहा। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। भाद्रपद मास को चातुर्मास का दूसरा महीना माना गया है। चातुर्मास में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। चातुर्मास में पृथ्वी लोक की जिम्मेदारी भगवान शिव के ही हाथों में होती है।