NEWSPR डेस्क। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है। आज 03 सितंबर 2021 और दिन शुक्रवार है। आज अजा एकादशी व्रत है। आज सुबह से शाम तक सर्वार्थ सिद्धि योग बना हुआ है। ऐसे में आज सर्वार्थ सिद्धि योग में अजा एकादशी व्रत रखा जाएगा। अजा एकादशी का व्रत रखने और भगवान विष्णु की आराधना करने से व्यक्ति को एक अश्वमेघ यज्ञ जितना पुण्य प्राप्त होता है। पाप नष्ट होते हैं और व्यक्ति को मृत्यु के बाद बैकुण्ठ में स्थान मिलता है। आज शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करें, उनकी कृपा से जीवन में धन, संपदा, समृद्धि, वैभव आदि की प्राप्ति होती है। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
आज का पंचांग
दिन: शुक्रवार, भाद्रपद मास, कृष्ण पक्ष, एकादशी तिथि।
आज का दिशाशूल: पश्चिम।
आज का राहुकाल: प्रात: 10:30 बजे से 12:00 बजे तक।
आज का पर्व एवं त्योहार: जया एकादशी, गोवत्स द्वादशी।
विक्रम संवत 2078 शके 1943 दक्षिणायन, उत्तरगोल, वर्षा ऋतु भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की एकादशी 07 घंटे 45 मिनट तक, तत्पश्चात् द्वादशी पुनर्वसु नक्षत्र 16 घंटे 42 मिनट तक, तत्पश्चात् पुष्य नक्षत्र व्यतिपात योग 10 घंटे 10 मिनट तक, तत्पश्चात् वरियान योग मिथुन में चंद्रमा 10 घंटे 20 मिनट तक तत्पश्चात् कर्क में।
सूर्योदय और सूर्यास्त
आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 06 बजे हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 06 बजकर 40 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
चंद्रोदय 04 सितंबर को तड़के 02 बजकर 58 मिनट पर होना है। चंद्र के अस्त का समय उसी दिन शाम को 04 बजकर 29 मिनट पर है।
आज का शुभ समय
सर्वार्थ सिद्धि योग: आज प्रात: 06 बजे से लेकर शाम 04 बजकर 42 मिनट तक।
अभिजित मुहूर्त: आज दिन में 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक।
अमृत काल: आज दोपहर 02 बजकर 08 मिनट से दोपहर 03 बजकर 51 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 27 मिनट से दोपहर 03 बजकर 18 मिनट तक।
आज भाद्रपद कृष्ण एकादशी है। आज शुक्रवार के दिन आपको लक्ष्मी चालीसा, लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। एकादशी होने के कारण आज आप विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्रनाम का भी पाठ करें। आज भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना उत्तम रहेगा।। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।