NEWSPR डेस्क। पटना शराब माफियाओं को ढूंढते-ढूंढते मद्य निषेध विभाग के सिपाही आशुतोष कुमार रहस्यमय तरीके से गायब हो गए. मामला पटना के दानापुर फुलवारीशरीफ इलाके से है. जहां इस मामले में फुलवारीशरीफ थाने में केस दर्ज किया गया है. पुलिस भी तीन दिनों से आशुतोष को खोज नहीं पाई है. सिपाही आशुतोष को आसमान निगल गया या फिर जमीन खा गई, यह पता नहीं चल रहा है. उनकी बरामदगी नहीं होने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हुआ जा रहा है.
इलाके के शराब माफियाओं की कमर तोड़ देने वाले सिपाही आशुतोष कुमार अचानक फुलवारी शरीफ के खोजा इमली इलाके में किराए के मकान से निकलते ही रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए. उनका तीन दिनों से अता-पता नहीं चल पाया है. इससे उनके परिजन खासे परेशान हैं. पत्नी उनकी फोटो लिए उनके आने का इंतजार कर रही है तो दो बच्चे भी अपने पापा के दुलार के लिए ललाईत है. पत्नी मधु सिन्हा का कहना है कि 1 नवंबर को सुबह तकरीबन 11:00 बजे ड्यूटी जाने के लिए वो निकले उसी दौरान व्हाट्सएप पर एक कॉल आया.
उनका लोकेशन पूछा तो उन्होंने घर पर बताया तो व्हाट्सएप पर कॉल करने वाला भी इसी लोकेशन में रहने की बात कही और उनके मोटरसाइकिल सही चलने की बात की गई. घर से निकले और उसके बाद वह लौटकर नहीं आए जाने के दौरान हमने पूछा भी था कि किस व्यक्ति का कॉल है तो उन्होंने किसी दोस्त का बता कर निकल गए अब किसी अनहोनी का डर सता रहा है. आशुतोष कुमार के बड़े बेटे के अनुसार पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन के मध्य निषेध विभाग में वह कार्यरत हैं.
1 नवंबर को घर से 11 बजे निकले निकलने के 10 मिनट के बाद ही उनका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया और फिर 12:17 में उन्होंने कॉल किया कि उनका काम हो गया है और वह घर लौट रहे हैं. उसके साथ ही उनका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया और उसके बाद से उनका कहीं अता पता नहीं चला है. अब अनहोनी की आशंका लगी हुई है इस मामले को लेकर के फुलवारीशरीफ थाने में अपहरण का लिखित शिकायत दर्ज कराया है. फुलवारी शरीफ में लिखित आवेदन मिलने के बाद से ही फुलवारी शरीफ पुलिस अपहरण का मामला दर्ज कर तफ्तीश में जुटी हुई है और तकनीकी अनुसंधान कर रही है.
इस मामले में फुलवारी शरीफ थानाध्यक्ष सफिर आलम ने कहा है कि 1 नवंबर को खोजा इमली इलाके से रहस्यमई तरीके से सिपाही आशुतोष कुमार गायब हुए हैं जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. बरहाल अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस मद्य निषेध विभाग के सिपाही आशुतोष कुमार को कब तक खोज कर निकालती है.