NEWSPR डेस्क। बिहार में अफसरशाही पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं. इसकी शिकायत अक्सर लोग करते भी रहे हैं. लेकिन एक बड़ा सच यह भी है कि सरकार इसको लेकर गंभीर नहीं कभी भी गंभीर नहीं दिखी है. शायद यही वजह है कि थाना स्तर से लेकर प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों पर लोगों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने का आरोप लगते रहते हैं. ताजा मामला वैशाली के बिदुपुर से है जहां के थानेदार पर महिलाओं को गाली गलौच और मारपीट जैसे अमानवीय हरकत करने का आरोप लगा है. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है.
मामला सामने आने के बाद विरोध में प्रखंड मुखिया संघ और जनप्रतिनिधियों ने बैठक कर थानाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिसके तहत थानेदार पर कारवाई करते हुए निलंबन किए जाने की मांग पुलिस कप्तान से की गई है. कार्रवाई नहीं होने की सूरत में बुधवार से अनिश्चिततकालीन प्रखंड मुख्यालय पर बैठने का निर्णय लिया गया है.
बताया जा रहा है कि बीते 23 सितम्बर को नावानगर पंचायत के राजीव राय की पत्नी लालती देवी को सास-बहू के विवाद को लेकर पंचायती के लिए थाने पर बुलाया गया था. महिला ने आरोप लगाया कि बहू के साथ थाना पर बात हो रही थी, इसी दौरान थानाध्यक्ष धनंजय पांडे ने महिला की कुर्सी पर लात मारकर गिरा दिया और भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए मारपीट की. इतना ही नहीं, आरोप है कि वहां मौजूद परिवार की दूसरी महिला के साथ भी मारपीट की गई.
पीड़ित महिला और पंचायत के मुखिया ने शिकायत की पुष्टि के लिये थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज निकालने की बात कही है. हालांकि, थानाध्यक्ष ने फोन पर बताया कि महिला थाने की महिला पदाधिकारी के साथ गाली गलौज करने लगी, जिसके बाद सभी को वापस भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि ललिता देवी की बहू के बयान पर केस दर्ज किया गया है. प्रखंड क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपनी मनमानी करवाने के लिए महिला को ढाल बनाकर मामले को तूल दे रहे हैं और झूठा आरोप लगा रहे हैं. बहरहाल, मामले का सच क्या है यह तो उचित जांच के बाद सी स्पष्ट हो पाएगा.