NEWSPR डेस्क। बिहार में इन दिनों अपराधियों का तांडव लगातार जारी है. इसको लेकर पुलिस महकमे में भी अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा छापेमारी भी की जा रही है. इसी बीच कई जगह पर पुलिस बल को राज्य में बढ़ते अपराध के कारण जनता के आक्रोश का भी सामना करना पड़ रहा है. इसी कड़ी में अब बिहार के समस्तीपुर में पुलिस के वरीय अधिकारियों को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। दरअसल बीते रात बिहार के समस्तीपुर शहर में अपराधियों द्वारा एक दिन के अंदर चार जगह पर लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. सबसे पहले अपराधियों द्वारा सिनेमा हॉल मालिक के घर पर लूट की घटना को अंजाम दिया गया.
इसके कुछ ही घंटे बाद दिनदहाड़े एक स्वर्ण कारोबारी के दुकान से करीब एक करोड़ की लूट जैसी घटना को अंजाम दिया गया. इसी दौरान बैंक से रुपए निकाल कर वापस जा रहे शहर के मशहूर चिकित्सक डॉ विशाल वर्णवाल के पिता से अपराधियों ने ₹500000 लूट लिए. साथ ही शहर के गोला रोड में अपराधियों ने ₹100000 लूट लिए. इन सब घटनाओं के बाद से लोगों के अंदर पुलिस प्रशासन को लेकर आक्रोश व्याप्त हो गया है. इसी कड़ी में बुधवार को लूट मामले में छानबीन करने आए पुलिस के वरीय अधिकारियों को इनके आक्रोश का सामना करना पड़ गया.
जानकारी के अनुसार समस्तीपुर में भीषण लूट कांड को लेकर खुद एडीजी पुलिस स्वर्ण कारोबारियों के परिजनों से मिलने उनके निवास स्थान पर जा रहे थे. तभी उनकी काफिले को आक्रोशित व्यवसायियों ने घेर लिया और इनको खदेड़ दिया। इस दौरान काफिले में सीआईडी के डीआईजी गरिमा मलिक भी मौजूद थी. बताया जा रहा है कि आक्रोशित व्यवसाई समस्तीपुर के पटेल गोलंबर के पास करीब 1 घंटे तक एडीजी और सीआईडी की डीआईजी के काफिला को घेरे रखा. इस दौरान वह लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि जब तक डीएम और एसपी उन लोगों की बात सुनने नहीं आएंगे। तब तक उन लोगों का विरोध जारी रहेगा। उनका कहना है कि हम लोग अब बिहार में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं.