NEWSPR/DESK : जैसे-जैसे अमेरिकी और NATO फोर्सेज़ अफ़ग़ानिस्तान को छोड़कर जा रहे हैं, तालिबान वहां फिर मज़बूत हो रहा है. अफ़ग़ानिस्तान सरकार के सूत्रों के मुताबिक अफ़ग़ानिस्तान के करीब 50 ज़िलों पर अब तालिबान का नियंत्रण है. तालिबान से भारतीय अधिकारियों की कथित ‘बातचीत’ की खबरों के बीच अफ़ग़ानिस्तान चाहता है कि भारत तालिबान को कड़ा संदेश दे. भारत में अफ़ग़ानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई ने न्यूज़18 से कहा कि उनकी सरकार चाहती है कि भारत तालिबान को आतंक का रास्ता छोड़ने का कड़ा संदेश दे और अल-कायदा, लश्कर और जैश जैसे आतंकी संगठनों से संबंध तोड़ने को कहे
आपको बता दें कि इस साल सितंबर तक अमेरिकी सुरक्षा बलों का अफ़ग़ानिस्तान से लौट जाने का लक्ष्य रखा गया है. अफ़ग़ानिस्तान सरकार के सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी सुरक्षा बलों के अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने से तालिबान का खतरा और बढ़ सकता है, मगर अफ़ग़ानिस्तान के सुरक्षा बल इस खतरे से निपटने के लिए तैयार है. सूत्रों ने कहा कि ऐसे में अफ़ग़ानिस्तान सरकार को अमेरिका से सैन्य और आर्थिक मदद की ज़रूरत होगी. आतंकियों से निपटने के लिए अफ़ग़ानिस्तान की वायु सेना को और मज़बूत करने की ज़रूरत है, जिसके लिए अफ़ग़ानिस्तान भारत से भी मदद चाहता है
पिछले हफ्ते अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से मुलाकात की थी. बाइडन ने गनी को विश्वास दिलाया कि अमेरिकी फौज अफ़ग़ानिस्तान छोड़ कर जा रही है, लेकिन अमेरिका अफ़ग़ानिस्तान को समर्थन देना बंद नहीं करेगा. अफ़ग़ानिस्तान सरकार के सूत्रों ने बताया कि अगर अमेरिका और भारत से सैन्य मदद नहीं मिली, तो हालात और ख़राब हो सकते हैं और आने वाले कुछ सालों में तालिबान काबुल पर भी कब्ज़ा कर सकता है
अफ़ग़ानिस्तान में आतंकियों द्वारा बड़े आतंकी हमलों को अंजाम दिया जा रहा है और अफ़ग़ानिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में हिंसक हमले बढ़ रहे हैं. भारतीय दूतावास ने एक एडवाइज़री जारी कर कहा है कि आतंकियों द्वारा न सिर्फ अफ़ग़ान सुरक्षा बलों और सरकारी इमारतों को निशाना बनाया जा रहा है, बल्कि आम नागरिकों को भी निशाना बनाया जा रहा है. भारतीय नागरिक इससे अछूते नहीं हैं. एडवाइज़री में कहा गया है कि आतंकी संगठन भारतीय नागरिकों को अगवा कर सकते हैं. एडवाइज़री में सभी भारतीयों को अत्यधिक सतर्क रहने को कहा गया है, अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद भारतीयों को सलाह दी गई है कि गैर-ज़रूरी यात्रा से बचें, मिलिट्री काफिले, सरकारी गाड़ियों से दूरी बना कर चलें, क्योंकि उनपर हमला हो सकता है. साथ ही भीड़-भाड़ वाले इलाकों, शॉपिंग काम्प्लेक्स, रेस्टोरेंट और सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें