6 साल बाद राजनीति के मंच पर उतरे लालू प्रसाद, बोले- ‘तेजस्वी ने उखाड़ दिया, मैं विसर्जन करने आया हूं’

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। 6 साल एक अर्से से कम नहीं होता, 6 साल में तो लोग शक्ल भूल जाते हैं। लेकिन बात लालू की हो तो समर्थकों के साथ विरोधियों को भी इंतजार रहता है। करीब 6 साल बाद लोगों को तारापुर में इसका इंतजार खत्म हुआ। लालू प्रसाद यादव, बुधवार को पूरे छह साल बाद राजनीति के मंच पर उतरे। लेकिन इतने अर्से में भी उनका अंदाज नहीं बदला। लालू का वही पुराना अंदाज देखकर उनके समर्थक जोश से भर गए। लालू ने मंच पर आते ही सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला। छोटे बेटे तेजस्‍वी की तारीफ की। चुनावी सभा को संबोधित करते हुए लालू यादव ने कहा कि उन्होंने कभी भी बीजेपी से कोई समझौता नहीं किया। पहली बार अपने सिर पर हरी टोपी और गले में हरा पट्टा पहने लालू यादव ने सभा को संबोधित करने के दौरान न सिर्फ राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।

जब लालू प्रसाद चुनाव प्रचार में पहुंचे तो चेहरे पर उम्र का असर तो था लेकिन अंदाज वही पुराना रहा। कुर्ता-पायजामा, गले में गमछा और माथे पर टोपी लगाए लालू मंच पर पहुंचे तो समर्थकों ने तालियां बजाकर और नारे लगाकर उनका जोरदार स्‍वागत किया। तारापुर की सभा में लोग लालू की एक झलक पाने को बेचैन दिखे। गाजीपुर स्थित ईदगाह मैदान में करीब 12:40 बजे लालू यादव का हेलीकॉप्टर मैदान में उतरा। लालू यादव के स्टेज पर पहुंचते ही भीड़ अनियंत्रित हो गई। गाजीपुर मैदान में बनाई गई बैरिकेडिंग पर चढ़ते हुए भीड़ स्टेज के करीब पहुंच गई। सैकड़ों युवा स्टेज के नीचे इकट्ठे होकर लालू यादव को सुनने के लिए खड़े हो गए। लालू यादव के पूरे भाषण में युवाओं की तालियां बजती रहीं। भाषण खत्म होने के बाद जब लालू यादव अपनी हेलीकॉप्टर की ओर बढ़े। लालू की एक झलक पाने को भीड़ बेकाबू हो गई और बैरिकेडिंग को तोड़ती हुई हेलीपैड के पास पहुंच गई। हालांकि हेलीपैड के पास मौजूद सुरक्षा बलों की तत्परता से अनियंत्रित भीड़ को रोक लिया गया। लालू यादव ने दोनों हाथ हिलाकर सभी लोगों का अभिवादन किया। सभा खत्‍म होने के बाद मैदान में हर पल बेकाबू हो रही युवाओं की भीड़ को देखते हुए तेजस्वी ने उनसे फौरन हेलीकॉप्टर में बैठने का अनुरोध किया। इसके बाद हेलीकॉप्टर उड़ गया।

रैली में लालू यादव ने शराबबंदी पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में चूहा शराब पी लेता है। नीतीश ने कोई काम नहीं किया। नीतीश ने कहा था कि विशेष दर्जा दिलाने वाले का साथ देंगे। बिहार को अब तक विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। नीतीश कहते थे कि मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा। नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए राजद अध्यक्ष ने कहा, ‘हम काहे गोली मारेंगे, तुम अपने मर जाओगे’. एक दिन पहले ही नीतीश कुमार ने कहा था कि लालू जी चाहें तो हमें गोली मरवा दें. दरअसल, नीतीश कुमार लालू यादव के विसर्जन वाले बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें राजद अध्यक्ष ने कहा था कि उसका (नीतीश) विसर्जन करने आए हैं।

भीड़ से वोट करने की अपील करते हुए लालू यादव ने कहा, गोली चले या गोला, जीतेगा हमारा भोला, मतलब राजद का उम्मीदवार अरुण साह’. उन्होंने कहा, “हमने नीतीश को मुख्यमंत्री बनाया था लेकिन वो बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गया. कहता था जो भी बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देगा, उसके साथ जाएंगे, तो क्यों नहीं दिलवाता विशेष दर्जा.”

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लालू यादव ने कहा कि मोदी सरकार देश में सबकुछ बेच रही है. रेल, जहाज सबकुछ बेच दिया. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्लेटफॉर्म पर चढ़ने के लिए भी पांच हजार रुपया अडाणी लेगा. उन्होंने कहा कि उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए एक रुपया भी किराया नहीं बढ़ाया लेकिन मोदी सरकार में रोज किराया बढ़ रहा है. ट्रेन में तो न बेडशीट मिल रहा है न पानी. उन्होंने कहा कि रेलवे जर्सी गाय थी लेकिन इन लोगों ने उसको भी बेच दिया. राजद अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने रेलवे को 50 हजार करोड़ का सरप्लस आय दिलवाया था. लालू यादव ने जातिगत जनगणना का भी मुद्दा उठाया और कहा कि इस पर लंबी लड़ाई छेड़नी है. उन्होंने पूछा कि जब जानवरों की गिनती करवा सकते हो तो इंसानों की गिनती, पिछड़ी जाति के लोगों की गिनती कराने में क्या दिक्कत है? लालू यादव तीन साल बाद किसी चुनाव प्रचार में उतरे हैं.

बता दें कि लालू बिहार की दो विधानसभा सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान के लिए होने वाले वाले उपचुनाव प्रचार कर रहे हैं। वे अभी तारापुर में रैली किये हैं। इसके बाद कुशेश्वरस्थान चले गये। माना जा रहा है कि लालू की एंट्री से चुनावी समीकरण बदल सकते हैं। वहीं आरजेडी समर्थकों में भारी उत्साह नजर आ रहा हैं। सभी पार्टियों ने इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए अपनी ताकत झोंक दी है। देखना होगा कि 30 अक्टूबर को जनता किसके पक्ष में वोट करती है। वहीं दो नवंबर को नतीजे घोषित होंगे।

 

 

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