NEWSPR डेस्क। भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड व गोराडीह प्रखंड के कोइली व खुटहा गांव में पशुपालन विभाग की टीम जांच को पहुंची। कई पशुओं का सेंपल जांच के लिए लिया गया। कोइली व खुटहा गाँव में पिछले 10 वर्षों से दीपावली के बाद पशुओं के मौत का शिलशिला शुरू हो जाता है। 20 दिन के बाद यह शिलशिला अपने आप थम जाता है। लेकिन पशुपालकों को लाखों का नुकसान झेलना पड़ता है।
इस वर्ष भी 50 से अधिक पशुओं की मृत्यु हो चुकी है। पशुपालक ने बताया कि पूरे गांव में हरवर्ष सैकड़ो पशु की मृत्यु हो जाती है। लेकिन अभी तक इसका कारण स्पष्ट नही हो पाया है। इसलिए इलाज के बाबजूद मौत हो जाती है। हमलोग गांव के ही चिकित्सक से इलाज कराते हैं। किसी भी विभाग को हमलोगों ने नही बताया था।
पशुपालन विभाग के चिकित्सा पदाधिकारी रणधीर कुमार ने बताया कि हमलोगों को इसकी सूचना पहले नही दी गई थी। जब हमने मीडिया में खबर पढ़ी तो हमें भी आश्चर्य हुआ। हमलोग पशु का सेंपल लिए हैं। जांच के लिए पटना भेजा जाएगा। पशु में कई तरह के लक्षण पाए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
अधिकारी ने बताया कि पटना से जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी बिमारी होगी अगर उसका टीका उपलब्ध होगा तो टीकाकरण कराया जाएगा। डॉक्टर रणधीर ने बताया कि अगले वर्ष ऐसा न हो इसके लिए हमलोग पहले से तैयार रहेंगे। कैम्प लगाकर जांच शुरू की जाएगी।