NEWSPR डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव की परिणाम घोषणा कर दी गई हैं जिसमे कांग्रेस की बड़ी हार हुई हैं। अपनी हार के बाद कांग्रेस प्रेस ने कॉन्फ्रेंस कर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने अपने बयान में बड़ा आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा कि सीएम आवास से मतगणना प्रक्रिया के दौरान हस्तक्षेप हुआ जिसके कारण कांग्रेस के 20 विधायक चुनाव हार गए हैं. उन्होंने आगे कहा की विधायकों को उनकी जीती हुई सीटों पर हराया गया और देश की जनता सब देख रही हैं।
झा की आरोपों के बाद अखिलेश सिंह ने कहा कि हमलोग चुनाव में गए थे तो देखा था कि बदलाव की कितनी लहर थी. मतगणना के दिन शाम 4 बजे के बाद बीजेपी बिहार के नेतृत्व करने वाले सुशील कुमार मोदी, नित्यानंद राय, भूपेंद्र यादव समेत कई नेता ने सीएम आवास में जाकर काउंटिंग को स्लो करा दिया.
अखिलेश सिंह ने आगे कहा कि हमारे कई उम्मीदवार चुनाव जीत गए थे. लेकिन उसके बाद भी उनको बैठाकर प्रमाण पत्र नहीं दिया गया. रिपोल में हराया हुआ दिखाया गया. यहां जनमत का अपहरण किया गया है. चुनाव आयोग ने भी ऐसे समय में कोई एक्शन नहीं लिया. हिलसा के सीट पर राजद के उम्मीदवार जीत चुके थे. मगर उसे हारने का काम किया गया. हिलसा, किशनगंज, टेकारी जैसे जीते हुए सीटों पर उम्मीदवार को हराने का काम किया गया है. इन तमाम गतिविधियों पर चुनाव आयोग का एक्शन न लेना सही नहीं है.
इसके अलावा कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सत्ता पक्ष के द्वारा जनमत की चोरी की गई है. जनता ने जदयू को जितनी सीटें दी है उससे साफ पता चलता है कि जनता उसे पसंद नहीं कर रही है. आरजेडी सभी परिस्थितियों पर नजर बनाई हुई है और हम उनके निर्देश का इंतजार कर रहे हैं. ईवीएम की गड़बड़ी करने पर हम इस बार सवाल नहीं उठा रहे हैं. इस बार कम मार्जिन से महागठबंधन के जीतने वाले कैंडिडेट को हराने का काम किया गया है. इसके बाद उन्होंने नीतीश कुमार की नैतिकता पर भी सवाल उठाया।