NEWSPR डेस्क। पटना के सभागार में आज भारत के पूर्वी क्षेत्र के राज्यों के लिए नये कृषक उत्पादक संगठन के गठन को बढ़ावा देने के इरादे से भारत सरकार के नेतृत्व में ‘‘10 हजार नये एफ॰पी॰ओ॰ के गठन और संवर्धन’’के कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इसमें कृषि विभाग के मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा बामेती ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ॰ एन॰ विजयलक्ष्मी, संयुक्त सचिव (नीति एवं विपणन), कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, भारत सरकार तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ॰ एन॰ सरवण कुमार, सचिव, कृषि विभाग, बिहार द्वारा किया गया। मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि वत्र्तमान में बिहार सब्जियों के उत्पादन में चैथे और फलों के उत्पादन में आठवें स्थान पर है। बिहार के कृषि परिदृष्य में मूलतः लघु और सीमांत किसानों का प्रभुत्व है, और इनकी संख्या राज्य के कुल कृषकों के संख्या के 97 प्रतिशत के आस पास है। साथ ही बिहार के किसानों का औसत जोत आकार 0.39 हेक्टेयर है जो कि भारत के कृषकों के औसत जोत आकार (1.08 हेक्टेयर) से लगभग 64 प्रतिशत कम है।
खंडित भूमिजोत होने के कारण छोटे और सीमांत किसानों को लाभकारी बाजारों तक पहुँचने में अनेकों दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। साथ ही, खाद, बीज, दवा जैसे आदानों की खरीददारी में भी अधिक मूल्य और गुणवत्ता दोनों तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा लघु एवं सीमान्त किसानों को विस्तार सेवाएं, ऋृण सुविधाएं, नयी तकनीक/प्रौद्योगिकी अपनाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जो कि इनके उत्पादन और बाजार दोनों से जुड़ें जोखिमों को भी बढ़ाता है।