अगर आप भी इन दिनों अपने-अपने घरों में या ऑफिस में घंटों एयर कंडीशनर में समय बिता रहे हैं और इससे बाहर निकलना आपके लिए मुश्किल भरा है तो संभल जाएं. क्योंकि ये याद रखें कि एसी में ज्यादा समय बिताना एक नहीं बल्कि कई बीमारियों को न्योता दे सकता है. बेशक ये आपको सुकून तो दे रहा है लेकिन संभल जाएं. क्योंकि ये बहुत नुकसानदायक भी है और कई बीमारियों का घर बन सकती है.
अब चाहे घर हो या ऑफिस हर जगह एसी का चलन बढ़ गया है. एसी का इस्तेमाल इन दिनों बढ़ गया है लेकिन ये जितने आराम का अहसास कराता है, उतना ही नुकसान भी देता है. ऐसे में ज्यादा एसी के इस्तेमाल करने वालों के लिए चेतावनियां हमेशा से दी जाती रही हैं. कोरोना के इस दौर में तो एक्सपर्ट भी कहते हैं कि जितना कम एसी का इस्तेमाल करें, उतना ही आपकी सेहत के लिए अच्छा होगा. लेकिन ये भी सही है कि धीरे धीरे घरों और ऑफिसों में एसी की तादाद बेतहाशा बढ़ती ही जा रही है. इससे आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं. तो आइए जानते हैं एसी से होने वाले नुकशान के बारे में.
1. मोटापा
एयर कंडीशनर के इस्तेमाल से मोटापा बढ़ता है. दरअसल ठंडी जगह पर हमारे शरीर की ऊर्जा खर्च नहीं होती है, जिससे शरीर की चर्बी बढ़ती है. लंबे समय तक एसी में रहने से आपको थकान बने रहने की समस्या हो सकती है. जब आपको थकान बनी रहती है तो आप थके शरीर से ज़्यादा एक्सरसाइज या कैलोरी कम करने वाले काम नहीं कर पाते, जिसकी वजह से धीरे-धीरे आपके शरीर पर चर्बी चढ़ती जाती है और मोटापा बढाती है.
2. सिरदर्द
एसी का तापमान ज्यादा कम करने पर आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट महसूस हो सकती है. क्योंकि इंसान की दिमाग की नसें तापमान में बदलाव झेल नहीं पाती हैं और आपको सिरदर्द की शिकायत हो सकती है.
3. सर्दी
अगर आप एसी से निकलकर तुरंत सामान्य तापमान या गर्म स्थान पर जाते हैं तो आप लंबे समय तक बुखार से पीड़ित हो सकते हैं. इतना ही नहीं इसका तापमान ज्यादा कम करने पर आपको सिरदर्द और चिड़चिड़ाहट महसूस हो सकती है. यह बुखार ज़ुकाम से शुरू होकर आपके दिमाग तक जा सकता है. गर्मियों में होने वाले दिमागी बुखार का कारण ज़्यादातर एसी से बाहर आना-जाना ही होता है.
4. रूखी त्वचा
इसका दुष्प्रभाव आपकी त्वचा पर भी दिखाई देता है. यह आपकी त्वचा की प्राकृतिक नमी समाप्त कर सकता है जिससे आपकी त्वचा में रूखापन महसूस होता है. खासकर चेहरे की त्वचा आपको खींची-खींची लग सकती है. अगर आप ज्यादा ऐसी में रहते हैं तो मॉश्चराइजर का इस्तेमाल जरूर करें.
5. हड्डियां
लगातार एसी के कम तापमान में बैठना सिर्फ घुटनों की समस्या ही नहीं देता बल्कि आपके शरीर के सभी जोड़ों में दर्द के साथ-साथ अकड़न भी पैदा करता है और उनकी कार्यक्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है. अगर आप घर में या ऑफिस में अपनी कुर्सी पर बैठे हुए हैं तो बैठे ही बैठे छोटे-छोटे व्यायाम कर सकते हैं जो इन परेशानियों से आपको बचाने में कारगर साबित हो सकते हैं.
6. सांस लेने की क्षमता
तापमान और आर्द्रता में अचानक परिवर्तन श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं. त्वचा पर इसका बेहद सूखा प्रभाव पड़ता है. एसी की हवा का संक्रमण अस्थमा जैसे रोगों को बढ़ा सकता है. धूल से आपको एलर्जी भी हो सकती है. एयर कंडीशनिंग से क्रोनिक राइनाइटिस और फेरींगिटिस हो सकता है जो गले की जलन और घावों से भी जुड़ा हुआ है.
7. आंखों में परेशानी
आंख में कॉटेक्ट लेंस पहनने वालों के लिए भी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. लेंस लगाने वाली आंखों में थोड़ा पानी होना जरूरी होता है. एयर कंडीशनर आंखों को बिलकुल रूखा कर देता है, जिससे लेंस जल्दी खराब होते हैं और यहां तक कि इन्फेक्शन का खतरा भी होता है.
8. प्रतिरोधक क्षमता
गर्मी सहन करने के लिए हमारे शरीर में पसीना प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है. हम गर्मी में शरीर से पसीना बहाकर अपना बचाव करते हैं लेकिन ऐसी इन क्षमताओं को कम कर देता है. इसलिए एसी से निकलकर जब भी हम बाहर जाते हैं तो हमें ज़्यादा गर्मी लगती है और बीमार पड़ने का खतरा ज़्यादा बढ़ जाता है.