NEWSPR डेस्क। मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए उच्चस्तरीय समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने यात्रियों की जरूरत के हिसाब से श्रीनगर में विमान सेवाएं बढ़ाने समेत कई निर्देश दिये। 6 हजार फुट से ऊपर की ऊंचाई पर 100 बेड का हॉस्पीटल बनाने, रास्ते में यात्रियों के रुकने के लिए टेंट सिटी की व्यवस्था करने के साथ-साथ भूस्खलन से आई आपदा से निपटने के लिए विशेष इंतजाम करने को कहा है।
श्री अमरनाथ यात्रा इस बार 30 जून से शुरू होने जा रही है। यह यात्रा दो साल बाद शुरू हो रही है। कोविड के कारण दो सालों से यात्रा बंद थी। वहीं यात्रा को सुलभ बनाने के लिए जम्मू कश्मीर शासन और प्रशासन लगातार प्रयासरत है। इस साल रिकॉर्ड यात्रियों की आमद को देखते हुए सुरक्षा के साथ स्वास्थ्य प्रबंध मजबूत बनाए जा रहे हैं।
वहीं शिवभक्तों की सेहत को दुरुस्त बनाए रखने के लिए यात्रा रूट पर पर्याप्त चिकित्सा स्टाफ के साथ 800 डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा। अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में 12,000 अर्ध सैनिक बलों के जवानों के साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस की टीम तैनात रहेगी। इस यात्रा में तीन लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। अमरनाथ यात्रा 11अगस्त को समाप्त होगी।
बैठक में जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव ने गया कि पहली बार हर अमरनाथ यात्री को एक RFID कार्ड दिया जाएगा और पाँच लाख रुपये का बीमा करवाया जाएगा। यात्रा के लिए टेंट सिटी, यात्रा मार्ग पर वाईफाई हॉटस्पॉट और समुचित प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही बाबा बर्फानी के ऑनलाइन लाइव दर्शन, पवित्र अमरनाथ गुफा में सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण और बेस कैंप में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।