दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र में आयोजित विशाल जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर करारा हमला बोला. उन्होंने लालू प्रसाद यादव और सोनिया गांधी पर परिवारवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो नेता सिर्फ अपने बेटे-बेटियों को सत्ता में लाना चाहते हैं, वे आम जनता के हितों के बारे में कभी नहीं सोच सकते.
अमित शाह ने कहा, “लालू-राबड़ी अपने बेटे को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाने का सपना देख रही हैं. लेकिन मैं साफ कहना चाहता हूं—न लालू-राबड़ी का बेटा मुख्यमंत्री बनेगा, न सोनिया गांधी का बेटा प्रधानमंत्री. अभी पटना और दिल्ली दोनों जगह कुर्सी खाली नहीं है.”
गृह मंत्री ने कहा कि एनडीए सरकार ही गरीबों, किसानों और महिलाओं के जीवन में सुधार ला सकती है. उन्होंने कहा कि जो लोग अपने परिवार के भविष्य के लिए राजनीति करते हैं, वे बिहार के युवाओं और जीविका दीदियों की भलाई नहीं कर सकते. शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने का काम किया है.
अमित शाह ने राहुल गांधी की बिहार यात्रा पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी ने जाले में घुसपैठिया बचाओ यात्रा निकाली है. जितनी चाहो यात्राएं निकाल लो, लेकिन मोदी सरकार देश से घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. बिहार का मुख्यमंत्री कौन होगा, यह फैसला बिहार की जनता करेगी, न कि बांग्लादेश के लोग.”
सभा के दौरान शाह ने लालू यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि “लालू जी पर चारा घोटाला, लैंड फॉर जॉब स्कैम, होटल और बाढ़ राहत घोटाले जैसे कई आरोप हैं. वहीं कांग्रेस के कार्यकाल में 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले हुए.”
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 20 साल के कार्यकाल में एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा, जो उनकी ईमानदारी और पारदर्शिता का सबूत है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब तय कर चुकी है—“अब ना परिवारवाद चलेगा, ना भ्रष्टाचार, अब चलेगा विकास और सुशासन का राज।”