नाग पंचमी: मंदिरों में नाग देवता की हुई पूजा, महिलाओं ने खेत में नाग बाबा को चढ़ाया दूध-लावा

NEWSPR डेस्क। नाग पंचमी पर्व पूरे धूमधाम से जिले के विभिन्न जगहों पर विषहर महारानी स्थान पर मनाया गया। नाग पंचमी हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग देवता की पूजा होती है। महिलाएं नाग देवता को घर से बाहर जाकर कुर खेत में उनके नाम से दूध और अलावा चढ़ाती है। हमारी रक्षा करने की मन्नत मांगती है।

बता दें कि शास्त्र के अनुसार नागों का समूल नाश के लिए यज्ञ में उनकी आहुति के दौरान जब राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय ने इंद्र सहित तक्षक को अग्नि कुंड में आहुति के लिए मंत्र पाठ किया तब आस्तिक ने तक्षक के प्राण की रक्षा की ,यह तिथि भी नाग पंचमी ही थी। इसलिए नागों के अस्तित्व की रक्षा हुई, तभी से नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा का प्रचलन शुरू हुआ। नाग शिव भगवान के गले का आभूषण है। नाग पंचमी पर जीवन में सुख समृद्धि ,खेतों में फसलों की रक्षा के लिए नाग देवता की पूजा की जाती है।

इस दिन भोलेनाथ की पूजा व रुद्राभिषेक करने से जीवन में कालसर्प दोष खत्म होता है। नगर परिषद शिवहर शहर के फतहपुर रोड स्थित बिषहर महारानी स्थान सहित, तरियानी के कांटा चौक, नरवारा हाई स्कूल के समीप बिषहर महारानी स्थान, कुशहर बिषहर महारानी स्थान सहित जिले के विभिन्न बिषहर महारानी स्थान पर नाग पंचमी के अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त जनों के द्वारा पूजा की जा रही है।

पूजा के दौरान मेले का भी आयोजन किया गया है। जहां छोटे-छोटे बच्चे मेल एक आधी लुफ्त उठा रहे हैं। मेले में पुलिस प्रशासन की भी तैनाती कर दी गई है। वहीं इस नाग पंचमी पर्व के अवसर पर जिले के कई गांव में महावीरी झंडा का आयोजन किया जाता है।

शिवहर से नवीन पांडेय की रिपोर्ट

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