भागलपुर में बाढ़ से बिगड़े हालात, NH-80 पर बड़े वाहनों का परिचालन बंद, TMU परिसर में चल रहे नाव

NEWSPR डेस्क | भागलपुर में बाढ़ के पानी के कारण त्राहिमाम मचा हुआ हैं| गंगा नदी से सटे सबौर, नाथनगर, सुलतानगंज, कहलगांव के इलाके बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हैं| बीते 24 घंटे से हो रही बारिश ने मुश्किलें और बढ़ा दी है| साथ ही मुंगेर, भागलपुर व लखीसराय में भी बाढ़ से हालात बिगड़ गये हैं| सुलतानगंज-भागलपुर एनएच-80 पर बड़े वाहनों का परिचालन बंद हो गया है| जिसके बाद फिलहाल शाहकुंड होकर बड़े वाहन भागलपुर जायेंगे| छोटे वाहनों का परिचालन जारी रहेगा| गंगा-कोसी व अन्य सहायक नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी थमने का नाम नहीं ले रहा है| जिसके कारण भागलपुर शहर में शुक्रवार को गंगा नदी का जलस्तर 21 सेंटीमीटर बढ़ गया है| जलस्तर बढ़कर 34.41 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान 33.68 मीटर से 73 सेंटीमीटर अधिक था| हालत ऐसी है की तिलकामांझी विश्वविद्यालय परिसर में नाव चल रही है| एनएच-80 पर पुलिया व मुख्य सड़क के किनारे कई जगह सुरक्षा के लिए बांस की बैरिकेडिंग करायी गयी है|

अकबरनगर-शाहकुंड मुख्य मार्ग पर बाढ़ के कारण रोड का कटाव होने लगा है| नवनिर्मित सड़क में कई जगह दरारें आ गयी हैं|बाढ़ का पानी काफी तेजी से नये इलाकों में घुस रहा है| नाथनगर के महाशय ड्योढ़ी, चंपानगर, साहेबगंज समेत सबौर के नवटोलिया, जियाउद्दीन चौका, प्रखंड मुख्यालय, फतेहपुर, बाबूपुर समेत अन्य इलाके के सैकड़ों घर जलमग्न हो गये हैं| कहलगांव गंगा और एनएच के बीच के गांव कुलकुलिया, पकड़तल्ला, आमापुर, त्रिमुहान बड़ी आमापुर, शाहपुर के दर्जनों घरों में उफनती गंगा का ‘बैक वाटर’ घुस गया है| इन जगहों पर ठेहुना भर पानी है| कहलगांव से घोघा के बीच का यह इलाका करीब दस किमी का है|

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