वित्त मंत्री का बड़ा बयान, कहा जरूरी वस्तुओं पर कम रखीं टैक्स की दरें..

NEWSPR DESK-वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने   कहा कि सरकार ने माल एवं सेवा करको लागू करते समय ‘गरीब-समर्थक रुख’ अपनाया और टैक्स की कम दरों के बावजूद सकल घरेलू उत्पाद  के प्रतिशत के रूप में राजस्व जीएसटी-पूर्व स्तर तक पहुंच गया है. बता दे की उन्होनें एक्स ’ पर लिखा कि जीएसटी में शामिल किये गये करों से वित्त वर्ष 2018-19 से 2023-24 तक संयुक्त रूप से राज्यों का राजस्व 37.5 लाख करोड़ रुपये होता. जीएसटी के साथ, राज्यों को वास्तविक रूप से 46.56 लाख करोड़ रुपये का राजस्व हुआ.

उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी दर निर्धारित राजस्व तटस्थ दर से कम होने और कोविड-19 के कारण राजस्व प्रभावित होने बावजूद, जीएसटी संग्रह (जीडीपी के प्रतिशत के रूप में) शुद्ध और सकल दोनों मामलों में पहले के स्तर पर पहुंच गया है. सीतारमण ने कहा, ‘‘यह बताता है कि केंद्र और राज्य मिलकर बेहतर कर प्रशासन के माध्यम से हमारे करदाताओं पर कम बोझ के साथ समान राजस्व एकत्र करने में सक्षम हैं.’’