संघ से मिलने वाली राशि को अधिवक्ता के पुत्र ने संघ के भवन को किया सुपुर्द

 

NEWSPR DESK -कैमूर,रजनीश मेहरोत्रा ने अपने पिता वरीय अधिवक्ता स्वर्गीय रामनाथ मेहरोत्रा अधिवक्ता के मरणोपरांत संघ से कल्याण कोष की एक लाख की मिलने वाली राशि को जिलाअधिवक्ता संघ भवन के सभागार हाल में टाइल्स लगाने के लिए मिलने वाले राशि को योगदान एवं अपने पिता के लाइब्रेरी की सभी बुके डोनेट करने का आवेदन दिया।

इस संबंध में जिलाअधिवक्ता संघ भभुआ कैमूर के पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पाण्डेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जिला अधिवक्ता संघ कैमूर भभुआ के वरीय अधिवक्ता स्वर्गीय रामनाथ मेहरोत्रा जो भभुआ थाना क्षेत्र के बेतरी के रहने वाले थे। वह 29 अप्रैल सन 1963 ई को जिला अधिवक्ता संघ भभुआ के सदस्य बने थे। वह नियमित वकालत करते थे। उनके 61 वर्ष वकालत पूरे हो गए थे। उनका निधन 12 मई सन 2024 को तबीयत खराब रहने के कारण निधन हो गया था। उनके 50 वर्ष वकालत पूरे होने पर सन 2019 में जिलाअधिवक्ता संघ भवन में 3 दिसंबर सन 2019 को सम्मानित किया गया था।

पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पाण्डेय ने बताया कि वरीय अधिवक्ता रामनाथ मेहरोत्रा से जब हम उनके गांव बेतरी में जाकर मिलते थे। तो वह कहते थे कि मैं अपने लाइब्रेरी की सभी बुके जिला अधिवक्ता संघ कैमूर भभुआ को डोनेट करूंगा और मेरे मरने के बाद संघ से जो एक लाख कल्याण कोष से जो आश्रित को मिलता है वह पैसा भी । मैं अपने पुत्रों से कह चुका हूं कि डोनेट कर देना इस बात को सच साबित करने के लिए। वही अधिवक्ता स्वर्गीय रामनाथ मेहरोत्रा के बड़े पुत्र रजनीश मेहरोत्रा ने जिला अधिवक्ता संघ भभुआ कैमूर के पुस्तकालय भवन में लिखित आवेदन देते हुए अपने पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए अपने पिता की सभी कानूनी किताबें एवं संघ से कल्याण कोष से मृत्यु प्रांत मिलने वाले आश्रित को एक जो मिलता है उसको भी जिला अधिवक्ता संघ भभुआ के सभागार हाल में टाइल्स लगाने के लिए अपने पिता के यादगार में मिलने वाली आर्थिक राशि संघ भवन भभुआ कैमूर को डोनेट किया। आवेदन देते समय आवेदक रजनीश मेहरोत्रा संघ के अध्यक्ष रविंद्र नाथ चौबे, 2

महासचिव श्यामानंद उपाध्याय पूर्व संयुक्त सचिव मंटू पांडे उपाध्यक्ष मधुबन चौबे अधिवक्ता लल्लन प्रसाद उपस्थित थे रजनीश मेहरोत्रा ने कहा कि मेरे पिता की जो इच्छा थी उसे इच्छा को पूरा करने के लिएमैं अपने पिता के सपनों को यादगार के रूप में उनके लाइब्रेरी की सभी कानून की किताबें एवं संघ से कल्याण कोर्ट से मृत्यु प्रांत ₹100000 की मिलने वाली राशि को संघ भवन के सभागार हाल में टाइल्स लगाने के लिए डोनेट कर रहा हूं उन्होंने यह भी इच्छा जाहिर किया कि कैमूर जिला में विधि महाविद्यालय नहीं है मुंडेश्वरी गेट के पास विधि महाविद्यालय खोलने के लिए अपने पिता के नाम को यादगार के रूप में अगर बार काउंसिल आफ इंडिया विधि महाविद्यालय खोलने के लिए अगर मान्यता देगा तो मैं अपने भाइयों से राय लेकर अपने पिताजी के नाम पर बेतरी मां मुंडेश्वरी गेट के पास ढाई एकड़ जमीन भी अपने पिताजी के नाम से विधि महाविद्यालय खोलने के लिए हम तीनों भाई खोलने के लिए सहयोग करेंगे।

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