सैम पित्रोदा के नस्लीय टिप्पणी के 1 दिन बाद भी सोनिया, राहुल, प्रियंका, लालू चुप क्यों : रविशंकर प्रसाद* 

NEWSPR DESK- पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब के प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद ने आज सैम पित्रोदा के भारत को लेकर की गई नस्लीय टिप्पणी को लेकर विपक्षी दलों को घेरते हुए कहा कि सैम पित्रोदा के बयान दिए एक दिन हो गए लेकिन सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी , लालू यादव सहित सभी विपक्षी पार्टियों के तमाम नेता चुप क्यों हैं? उन्होंने कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा ने भारत को शर्मसार किया है। भारत को लेकर नस्लीय टिप्पणी की गई है।

 

 

भाजपा मीडिया सेंटर में आज एक संवाददता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने केवल चुपचाप सैम पित्रोदा का इस्तीफा ले लिया। साफ लहजे में उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान का इंडिया गठबंधन के तमाम नेताओं का मौन समर्थन है। इस मामले पर राहुल गांधी, तेजस्वी यादव सब चुप है। बस आपने इस्तीफा लिया क्या आपने उनकी निंदा भी की?

 

श्री प्रसाद ने आगे कहा कि सैम पित्रोदा राजीव गांधी और राहुल गांधी के सलाहकार हैं। गांधी परिवार के सदस्य भी हैं और जिस तरीके का बयान उन्होंने दिया है उसे पूरा देश शर्मसार है और इसका जवाब कांग्रेस अभी तक क्यों नहीं दे रही है।

 

उन्होंने आगे कहा कि भारत एक है। यहां की सांस्कृतिक इतिहास को समझने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के नारायण गुरु, करुणानिधि पूर्व में कामाख्या मंदिर क्या है? पोरबंदर में महात्मा गांधी का जन्म हुआ क्या वे अरबी हैं?

 

श्री प्रसाद ने कहा कि पित्रोदा के बयान देने का मतलब क्या है। यह गैर जिम्मेदार बयान भारत का अपमान है। उन्होंने कहा कि इस तरह के भारत को बदनाम करने वाली टिप्पणी पर नेताओं का मौन रहना बेचैन करने वाला है।

 

उन्होंने कहा कि भाजपा, एनडीए सांस्कृतिक एकता और भौगोलिक एकता की पक्षधर है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के गुरु ‘गुरुघण्टाल’ है और उन्हें जो सिखाते हैं वही सीखते हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी ने विरासत टैक्स लगाने की बात कही।

 

श्री प्रसाद ने आगे कहा कि कांग्रेस के नेता आतंकवादी कसाब के विषय मे भी कहते हैं कि उसने हेमंत करकरे को नहीं मारा, जबकि कसाब की फांसी हो गयी। उन्होंने कहा कि चुनाव यहां है और उनके जीतने का जश्न पाकिस्तान में मन रहा है। हालांकि ये जीत नहीं रहे और पाकिस्तान जीत के जश्न का खोखला दावा कर रहा ।