NEWSPR डेस्क। खगड़िया के स्वास्थ्य व्यवस्था की एक ऐसी बदहाल तस्वीरें सामने आई है, जहां बंध्याकरण के नाम पर अव्यवस्थाओं के शिविर का सच सामने आया है। भले ही सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग बंध्याकरण को लेकर विभिन्न तरह की योजनाएं चला रही हो, लेकिन ऑपरेशन के लिए पहुंचने वाली महिलाओं के साथ कर्मियों का अमानवीय रवैया पूरी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर गया है।
मामला खगड़िया जिले के परबत्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को लगाए गए विशेष बंध्याकरण शिविर में ऑपरेशन के लिए आईं दर्जन भर से अधिक महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन ऑपरेशन थिएटर के बाहर फर्श पर ही लगा दिया गया। जिसके बाद एक दर्जन से अधिक महिलाएं बेहोशी की हालत में फर्श पर पड़ी सिस्टम को होश में लाने का जैसे इंतजार करतीं रहीं।
वहीं इस बाबत जब मौजूद कर्मियों से पूछा गया तो जगह की कमी का हवाला दिया जाता रहा और आरोप लगाया गया कि अस्पताल प्रबंधन से बेड का आग्रह किया गया, लेकिन उन्होंने बेड उपलब्ध कराने से इंकार कर दिया। बहरहाल ऐसी स्थिति क्यों उपजी, भले ही यह एक जांच का विषय हो सकता है। लेकिन यह तस्वीरें स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर चल रहे गोरखधंधे का स्याह सच है, जो व्यवस्थाओं की पोल खोल रही है।
समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में FRHSI नामक एक कंपनी को ऑपरेशन का जिम्मा सौंपा गया है. कंपनी के कर्मी कौशल कुमार इस हालात के लिए अस्पताल प्रबंधन पर ठीकरा फोड़ रहे हैं. ऑपरेशन से पूर्व सभी महिलाओं को बेहोशी का सुई लगाया गया और संख्या अधिक होने की वजह से सभी को फर्श पर ही लेटा दिया गया।