क्या पीडीएस दुकानों से दिए जा रहे प्लास्टिक के चावल? सामने आया सच

NEWSPR डेस्क। पटना मसौढ़ी में जन वितरण प्रणाली द्वारा राशन कार्डधारियों को जो चावल वितरण किया गया है उसे प्लास्टिक का बताया जा रहा है. लोगों में चावल को लेकर संशय है और डर इस बात का है की प्लास्टिक चावल खाने से किसी तरह की बीमारी तो नहीं होगी. कार्डधारियों का कहना है कि वितरण किए चावल में प्लास्टिक चावल मिला हुआ है जो बनाने पर गलता नहीं है. इससे बीमारी का खतरा लगता है.

कुमारी मृदुला का कहना है कि यह है आम चावल की तरह नहीं है. जब इसे भूजा बनाया जाता है तो यह फूटता भी नहीं है और जस का तस रह जाता है. इसके साथ ही चावल को कितना भी उबाला जाए मगर गलता नहीं है. वहीं उज्जवल कुमार का कहना है कि यह चावल आम चावल से काफी अलग दिखता है. देखने थोड़ा बड़ा चावल दिखाई देता है और यह गलता भी नहीं है. जन वितरण प्रणाली से यह वितरित किया जा रहा है. इस पर हम अनुमंडल अधिकारी और जिला अधिकारी से जांच की मांग भी करते हैं.

आपूर्ति पदाधिकारी ने कहा कि उपभोक्ताओं में संशय बरकरार है इसके लिए उपभोक्ताओं के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. बहरहाल, सरकारी चावल में अधिकारी के मुताबिक प्रोटीन मिलाया हुआ चावल है; जबकि इसके प्रति किसी तरह के पहले से जागरूकता नहीं की गई तो उपभोक्ता नाराज और आशंकित तो होंगे ही.

Is plastic rice being given from PDS shops? the truth came out