राजनीती में नेता खिला रहे हैं गुल..महाराष्ट्र में खिल सकता है कमल का फूल , PM MODI से अकेले एक घंटे तक मिले शरद पवार

NEWSPR/DESK : अक्सर कहा जाता है कि राजनीति में कोई किसी का स्थायी शत्रु और स्थायी दोस्त नहीं होता है. ये तथ्य जब तब साबित भी होता रहता है. ताजा मामला महाराष्ट्र की सियासत में नया गुल खिलने की वजह हो सकता है. अभी राज्य में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच जारी मनमुटाव चल रहा है.

इसी बीच NCP चीफ शरद पवार ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. दोनों नेताओं के बीच अकेले में करीब एक घंटे तक बात हुई है. हालांकि, इस मुलाकात की असल वजह का NCP ने अभी तक कोई खुलासा नहीं किया है.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मिले थे पवार
वहीं PM से मिलने से पहले NCP चीफ गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मिले थे. NCP ने इस बैठक को लेकर कहा है कि दोनों नेताओं के बीच नवगठित सहकारिता विभाग, महाराष्ट्र और देश में कोरोना की रफ्तार और बैंकिंग सुधार को लेकर चर्चा हुई थी

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के बयान से नाराजगी
हालांकि, राजनीतिक जानकारों की मानें तो संसद के आने वाले सत्र में मराठा आरक्षण के मुद्दे को उठाने से पहले NCP इसे मोदी के सामने रखना चाह रही थी, ताकि केंद्र इस बारे में कोई कड़ा कदम उठा सके. कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने मराठा आरक्षण को रद्द कर दिया था.
जानकार यह भी बताते हैं कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने जिस तरह की टिप्पणी NCP चीफ शरद पवार, अजित पवार और उद्धव ठाकरे को लेकर की है, पवार उससे भी नाराज हैं और कांग्रेस को कड़ा संदेश देना चाह रहे हैं

सोनिया सहित कई नेताओं से मिल सकते हैं पवार
पीएम से मिलने के बाद NCP चीफ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि पवार, नाना पटोले की शिकायत राहुल और सोनिया से कर सकते हैं. NCP चीफ रविवार को भी दिल्ली में रहेंगे और कल उनका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा में नवनियुक्त सदन के नेता पीयूष गोयल से मिलने का कार्यक्रम है.

नाना पटोले ने शरद पवार को कहा था रिमोट कंट्रोल
कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच तकरार लगातार बढ़ती जा रही है. दो दिन पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार को महाविकास अघाड़ी सरकार का रिमोट कंट्रोल कहा था. पटोले ने यह भी कहा था, ‘हम किसी बड़े नेता के खिलाफ टिप्पणी नहीं करते हैं, किसी को भी हमारे बारे में बयान देने से पहले अपनी पार्टी को देखने की जरूरत है.’

पटोले के इस बयान के बाद एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस और NCP को लेकर चर्चा शुरू हो गई है. हालांकि, इससे पहले भी पटोले के बयान पर शरद पवार, नवाब मलिक और संजय राउत ऐसी चर्चाओं को खारिज कर चुके हैं

पवार ने पटोले को बताया छोटा आदमी
नाना पटोले का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे कहते हुए नजर आ रहे थे कि मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री मुझ पर नजर बनाए हुए हैं. इसी कार्यक्रम में पटोले ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार की बजाय अपने आदमी को पुणे का प्रभारी मंत्री बनाने की बात कही थी.
इस पर NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि वे छोटे लोगो’ की बातों पर प्रतिक्रिया नहीं देते. अगर सोनिया गांधी कुछ कहती हैं तो ही वे बोलेंगे. हालांकि, जब विवाद खड़ा हुआ तो नाना पटोले सामने आए और कहा कि मेरे बयान को गलत ढंग से पेश किया गया