राजधानी में कोरोना के फर्जी जांच रिपोर्ट देने वाले रैकेट का खुलासा, मालिक और कर्मचारियों पर FIR

NEWSPR डेस्क। राजधानी पटना में एक ऐसी पैथोलॉजी का खुलासा हुआ है, जो देश में कोरोना स्प्रेड कर रही थी. वह भी महज 12 सौ रुपए के लिए. प्लाज्मा डायग्नोस्टिक नाम की यह लैब कोरोना पॉजिटिव को निगेटिव की RT-PCR रिपोर्ट बनाकर देती थी. यह लैब संक्रमित लोगों को भी कोरोना की निगेटिव RT-PCR जांच रिपोर्ट देता था, जिसे दिखाकर लोगों ने हवाई यात्रा भी की. पटना की एयरलाइंस कंपनियों ने बड़े पैमाने पर चल रहे इस खेल को पकड़ा और फिर निदेशक को सूचना दी. अब लैब के कर्मचारियों और मालिक पर FIR दर्ज की गई है.

एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना था कि हवाई यात्रा के दौरान लोग फर्जी RT-PCR परीक्षण रिपोर्ट साथ में लेकर आ रहे हैं. पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पटना एयरपोर्ट पर फर्जी RT-PCR परीक्षण रिपोर्ट रैकेट की जांच हेतु जांच टीम का गठन किया. इसके बाद एक टीम का गठन किया गया. जांच टीम ने विभिन्न सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर प्लाज्मा डायग्नोस्टिक राजा बाजार में छापेमारी की. जांच के क्रम में पाया गया कि प्लाज्मा डायग्नोस्टिक क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत निबंधित नहीं है साथ ही डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच में चार लैब का रिपोर्ट एवं पैसे का रसीद भी पाया गया.

सेंटर द्वारा अवैध टेस्ट किये जाते थे और फर्जी रिपोर्ट जारी किये जाते थे लेकिन कोविड मानकों का पालन नहीं किया जाता था. जांच के बाद चार विभिन्न लैब की रिपोर्ट और पैसे का रसीद बरामद किया गया. जिन लैब के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं उनमें सरल पैथ लैब, जेनरल डायग्नोस्टिक इंटरनेशनल, हिंद लैब्स डायग्नोस्टिक सेंटर शामिल हैं. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार सिंह के आवेदन के आधार पर शास्त्रीनगर थाने में प्लाज्मा डायग्नोस्टिक पिलर नंबर 83 के सामने राजा बाजार पटना के मालिक और कर्मियों के विरुद्ध फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज कराया गया है.

पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…

 

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