रेल मंत्रालय ने दरभंगा-नरकटियागंज रेल खंड के साथ दरभंगा होकर सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के दोहरीकरण को स्वीकृति दे दी है। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब की ओर यात्रा करने वाले यात्रियों को बड़ा फायदा होगा। दोहरीकरण से सफर में पांच से छह घंटे तक की बचत होने की उम्मीद है। 256 किलोमीटर लंबे इस रेल खंड के डबलिंग प्रोजेक्ट पर लगभग 4533 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। इसके पूरा होने पर उत्तर बिहार की रेल कनेक्टिविटी और मजबूत हो जाएगी। साथ ही यह दरभंगा को एक मुख्य रेल लाइन के रूप में स्थापित करेगा।
यात्रा होगी आसान, समय की होगी बचत- डबलिंग प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कम समय लगेगा। इसके साथ ही समस्तीपुर रेल मंडल की आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। फिलहाल ज्यादातर ट्रेनें समस्तीपुर होकर गुजरती हैं, जहां से आगे बढ़ते ही सोनपुर रेल मंडल का क्षेत्र शुरू हो जाता है।
पहले ही हो चुकी थी घोषणा-
गौरतलब है कि इस रेल परियोजना की घोषणा रेल बजट में पहले ही की जा चुकी थी। अब मंजूरी मिलने से मिथिला क्षेत्र में बेहतर रेल कनेक्टिविटी का सपना साकार होने की ओर बढ़ रहा है।
सांसद गोपालजी ठाकुर ने जताई खुशी- सांसद गोपालजी ठाकुर ने इस परियोजना को मिथिला क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने केंद्र की एनडीए सरकार की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना उत्तर बिहार के बुनियादी ढांचे को नई मजबूती प्रदान करेगी और क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएगी।