निजी एम्बुलेंस का किराया तय होने के बावजूद एम्बुलेंस चालकों की मनमानी जारी

Rajan Singh

News PR Desk, Patna : स्वास्थ्य विभाग ने निजी एम्बुलेंस चालकों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए निजी एम्बुलेंस का किराया तय कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख निदेशक डॉ. नवीन चंद्र प्रसाद ने बुधवार को किराया निर्धारण सम्बन्धी आदेश जारी कर दिए थे। इसके बावजूद राज्य में एम्बुलेंस के लिए अधिक किराया देने को लेकर कोरोना संक्रमित मरीज मजबूर हो रहें हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सख्ती किए जाने के बावजूद निजी एम्बुलेंस चालकों की मनमानी गुरुवार को जारी रही। घर से अस्पताल और एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक जाने को लेकर मरीज परेशान होते रहे।

राज्य में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी एम्बुलेंस के किराये का दर निर्धारित किये जाने के बावजूद पहले ही दिन उसका पालन होते नहीं दिखा। निजी एम्बुलेंस चालकों द्वारा मनमाना किराया लिए जाने की निगरानी की कोई व्यवस्था जिलों में नहीं की गई है। ज्यादा किराया वसूलने वाले निजी एम्बुलेंस चालकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को लेकर कोई टोल फ्री नंबर भी जिलों द्वारा जारी नहीं किया गया है। इस कारण कोरोना संक्रमितों के परिजन असहाय स्थिति में शोषण का शिकार होने को मजबूर हो गए।

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि निजी एम्बुलेंस का किराया निर्धारित दर से अधिक लिए जाने पर जिलाधिकारी कार्रवाई कर सकते हैं। आपदा कानून के तहत जिला प्रशासन अधिक किराया मांगने पर निजी एम्बुलेंस का निबंधन, जिला परिवहन कार्यालय को रद्द करने के निर्देश दिए जा सकते हैं। एम्बुलेंस मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दंडात्मक कार्रवाई कर सकती है।

पटना के कंकड़बाग स्थित मलाही पकड़ी से निलय कौशिक ने 4 बजकर 24 मिनट पर एक एंबुलेंस वाले को उसके मोबाइल नंबर पर कॉल किया। मलाही पकड़ी से एनएमसीएच में कोविड मरीजों को ले जाना था। एंबुलेंस संचालक ने कहा कि मेरे पास बड़ी गाड़ी नहीं छोटी गाड़ी हैं। वो भी बिना ऑक्सीजन के। इसपर निलय ने कहा कि कोई बात नहीं अभी मरीज की हालत ठीक है, बस अस्पताल पहुंचा दो। निलय ने जब कीमत पूछी तो निजी संचलाक ने मलाही पकड़ी से एनएमसीएच जाने के लिए  4000 रुपये मांगे। जब निलय ने कहा कि निजी एंबुलेंस वालों के लिए सरकार ने कीमत तय कर दी है तो इतना ज्यादा पैसा क्यों ले रहे हैं। इसपर संचालक का कहना था कि जाकर सरकार से ही एंबुलेंस ले लीजिए। प्राइवेट वाले के पास क्यों फोन कर रहे हैं। जितना पैसा बताएं है उतना देना है तो दीजिए नहीं तो रहने दीजिए। पटना, भोजपुर, कैमूर, जहानाबाद, सारण सहित विभिन्न जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार निजी एम्बुलेंस चालकों की मनमानी जारी है।

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