पटना विधानसभा में बुधवार शाम करीब पांच बजे उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब खबर आई कि कुछ हथियारबंद आतंकियों ने नए भवन में घुसपैठ कर ली है और वहां मौजूद कर्मचारियों को बंधक बना लिया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, आतंकियों ने बेहद तेजी से भवन पर कब्जा जमाया, जिससे सुरक्षा में तैनात कर्मियों को प्रतिक्रिया देने का मौका नहीं मिला।घटना की जानकारी मिलते ही एटीएस की टीम ने विधानसभा को चारों ओर से घेर लिया और ऑपरेशन शुरू कर दिया। पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।हालांकि बाद में खुलासा हुआ कि यह सब एक मॉक ड्रिल का हिस्सा था।
एटीएस ने विधानसभा परिसर में एक नकली आतंकी हमले की योजना के तहत इस अभ्यास को अंजाम दिया था। इस ड्रिल का उद्देश्य विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था की जांच करना और वहां कार्यरत लोगों को आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना था। इस मॉक एक्सरसाइज में बड़ी संख्या में एटीएस के जवान शामिल थे और पूरी प्रक्रिया को वास्तविक घटना जैसा रूप दिया गया था।इस तरह की मॉक ड्रिल सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समय-समय पर की जाती है ताकि किसी भी असली खतरे की स्थिति में तुरंत और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।