NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद शहर के अलीनगर स्थित जीएम कबाड़ दुकान में हुए विस्फोट के बाद जिला प्रशासन ने इन पर अंकुश लगाना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि अवैध तरीके से संचालित अधिकतर कबाड़ी के दुकाने घटना के बाद से बन्द है और वहां कबाड़ खरीदने वाले नहीं मिल रहे है। शहर में हुई इस घटना के बाद कुछ तो दहशत में है तो कुछ अपनी दुकानों के वैध कागज बनवाने में जुटे हुए है।
इधर इस संबंध में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि अलीनगर में हुए विस्फोट के बाद उसकी जांच के निर्देश दिए गए है। साथ ही साथ शहर में जितने भी कबाड़खाने चल रहे है उन्हें चिन्हित कर उनकी ट्रेड लाइसेंस बनाने के लिए नगर परिषद को जिम्मेवारी सौंपी गयी है। ताकि कबाड़ के कारोबार से जुड़ी सारी जानकारिया जिला प्रशासन के पास भी उपलब्ध रहे। जिलाधिकारी ने बताया कि सभी कबाड़ियों के लाइसेंस प्रत्येक वर्ष रिन्युअल किये जाएंगे।
औरंगाबाद से रुपेश की रिपोर्ट