NEWSPR डेस्क : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज है. बागियों ने भी अपनी-अपनी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है. दर्जनों ऐसी सीटें हैं, जहां से बागी नेता पार्टी लाइन से अलग हटकर चुनावी मैदान में हैं. बगहा सीट भी इन्हीं से एक है. जो काफी हॉट सीट बन गया है. जहां से बीजेपी के वर्तमान विधायक राघो शरण पांडेय निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. और अपनी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है. खास बात ये है कि उनका साथ देने के लिए झारखंड बीजेपी के बागी नेता व निर्दलीय विधायक सरयू राय भी बिहार पहुंचे हुए हैं.
भारतीय जनता पार्टी ने भारी गलती कर दी है:–
सरयू राय ने बीजेपी के शीर्ष नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने राघो शरण पांडेय को टिकट नहीं देकर भारी गलती की है. उन्होंने कहा कि लगातार जन संपर्क कर रहा हूँ. बीजेपी के कार्यकर्ता भी पार्टी के साथ नहीं खड़े हैं. राघो शरण पांडेय के लिए क्षेत्र में कैंपेनिंग कर रहे हैं. उन्हें भी लग रहा है कि पांडेय लोगों के विधायक हैं. नीतीश कुमार जी मेरे पुराने मित्र हैं. इसलिए मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि वो अपने कार्यकर्ताओं को एक सच्चे नेता को स्पोर्ट करने के लिए कहें. पंडित दिन दयाल जी ने भी कहा था पार्टी गलती कर दे, या अच्छे नेता को टिकट नहीं दे, तो कार्यकर्ताओं को खुद सुधार कर लेना चाहिए.
चीनी मिल के खिलाफ आवाज उठाने के कारण नहीं मिला टिकट:-
राघो शरण पांडेय का कहना है कि इलाके में विकास करने के बावजूद पार्टी की ओर से टिकट नहीं दिया गया. मुझे पूरी उम्मीद थी कि पार्टी मेरे किए गए कार्यों को देखते हुए टिकट देगी. लेकिन पूंजीपतियों के दबाव में टिकट काट दिया गया. मैं लगातार क्षेत्र के किसानों के लिए आवाज उठाता रहा. उनकी समस्याओं को लेकर संघर्ष किया. अब बीजेपी आदर्श मानकों को स्थापित करने वाली बीजेपी नहीं रही. कुछ लोग इसे पूंजीपतियों के साथ मिलकर अपनी घर की पार्टी समझ रहे हैं…अच्छे और सच्चे कार्यकर्ताओं को साइड करने में लगे हुए हैं.
गौरतलब है कि सरयू के आने के बाद लड़ाई पहले से भी ज्यादा दिलचस्प हो गई है. बीजेपी के ज्यादातर कार्यकर्ता अपनी पार्टी के कैंडिडेट का ही विरोध कर रहे हैं. विपक्षी से कम अपनों से ज्यादा नूराकुश्ती कर रहे हैं. अब देखना होगा कि सरयू अपने बागी दोस्त राघो शरण पांडेय के लिए बगहा में जमशेदपुर वाला कमाल कर पाते हैं या नहीं.