NEWSPR डेस्क। भागलपुर के पिरपौती पक्कापुल गांव में उर्दू प्राथमिक विद्यालय की स्थिति दैनीय बनी हुई है। यहां अक्सर शिक्षक गैरहाजिर रहते हैं। अगर आते भी हैं तो अपना उपस्थिति दर्ज कर चलते बनते हैं। यहां के सभी शिक्षक मनमानी करते हैं। इन शिक्षकों का न आने का समय होता है और ना ही जाने का। हेडमास्टर को आवेदन देकर ये लोग कई दिनों तक छुट्टी मनाते हैं। विद्यालय के बिल्डिंग का मेनटेनेन्स भी न के बराबर है। हालांकि मेनटेनेंस के नाम पर कई बार राशि की निकासी हो चुकी है, और उसे खर्च भी किया जा चुका है। बिल्डिंग का मेन्टेनेन्स सिर्फ पेपरों पर ही सिमटकर रह जाता है।
हेडमास्टर का शिक्षकों पर आरोप है कि कोई भी शिक्षक उनका बात नहीं मानते हैं। वो इन शिक्षकों से काफी परेशान हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि वो जल्द ही अधिकारियों के पास इन शिक्षकों की शिकायत करेंगे। उन्होंने एक शिक्षिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो भागलपुर से आती हैं, और अटेंडेंस बनाकर निकल जाती हैं। हांलाकि जब उनके सहयोगी टीचर सफदर आलम ने जब उनसे पूछा की आप ऐसा क्यों कर रही हैं। तो उस शिक्षिका ने हेडमास्टर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो इसके बदले हेडमास्टर को हर महीने 6 हजार रुपये देती हैं।