मोरबी ब्रिज हादसा मामले में बड़ा एक्शन, नगर पालिका के मुख्य अधिकारी पर गिरी गाज

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। राजकोट गुजरात में मोरबी ब्रिज हादसा मामले में प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है. मोरबी में केबल ब्रिज के नदी में गिरने की घटना से मचे हाहाकार के बाद मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह जाला को सस्पेंड कर दिया गया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है. इस मोरबी ब्रिज हादसे में 135 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे. फिलहाल, मोरबी ब्रिज हादसे में तलाशी अभियान को बंद कर दिया गया है.

दरअसल, बीते दिनों यानी रविवार को मोरबी शहर में मच्छु नदी पर ब्रिटिश काल में बना एक केबल पुल टूट गया था, जिसके बाद चारों तरफ चीख-पुकार मच गई थी. नदी में डूबे लोगों को बचाने के लिए तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाया गया था. राज्य आपदा आयुक्त हर्षद पटेल ने मोरबी का दौरा किया और चल रहे तलाशी अभियान को समाप्त करने की घोषणा की. रविवार को इस हादसे के तुरंत बाद इस अभियान को शुरू किया गया था.

हर्षद पटेल ने खोज और बचाव अभियान में शामिल विभिन्न एजेंसियों के प्रमुखों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और स्थिति की समीक्षा के बाद अभियान को समाप्त करने का फैसला लिया. हालांकि एहतियात के तौर पर स्थानीय दमकल विभाग, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक-एक टीम अगले आदेश तक हादसा स्थल पर तैनात रहेगी.

गुजरात के मोरबी शहर में गत रविवार को मच्छु नदी पर ब्रिटिश काल का केबल पुल टूटने की घटना में अभी तक महिलाओं और बच्चों समेत कुल 135 व्यक्तियों की मौत होने की पुष्टि हुई है. बता दें कि इस हादसे के सिलसिले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से चार को पुलिस हिरासत में भेजा गया है. केबल पुल टूटने की घटना के मामले में गिरफ्तार किए गए नौ लोगों में से एक ओरेवा समूह के प्रबंधक ने एक स्थानीय अदालत से राहत का अनुरोध करते हुए कहा था कि यह हादसा एक ‘ईश्वरीय कृत्य’ है.

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