सीतामढ़ी में अनुशासनहीनता पर बड़ी कार्रवाई: हड़ताल करने वाले 21 राजस्व कर्मी निलंबित

Patna Desk

सीतामढ़ी जिले में कार्य बहिष्कार कर रहे राजस्व कर्मियों पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। जिलाधिकारी रिची पांडेय ने एक साथ 21 कर्मचारियों को निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय जांच प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया है। यह पहली बार है जब जिले में इतने बड़े पैमाने पर राजस्व कर्मियों पर कार्रवाई की गई है, जिससे पूरे विभाग में हड़कंप मच गया है।

7 मई से चल रही थी हड़ताल

डीपीआरओ कमल सिंह के अनुसार, 7 मई 2025 से जिले के राजस्व कर्मी सामूहिक हड़ताल पर थे। इसको लेकर सभी अंचल अधिकारियों (सीओ) को निर्देश दिए गए थे कि वे हड़ताली कर्मियों की सूची बनाकर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजें। प्राप्त रिपोर्टों के आधार पर डीएम ने यह कठोर कदम उठाया।

📍 कौन-कौन हुए निलंबित

निलंबित कर्मियों में बाजपट्टी, रीगा, मेजरगंज, बथनाहा और चोरौत अंचलों के राजस्व कर्मचारी शामिल हैं। ये सभी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए और सरकारी कार्य में बाधा डालने के दोषी माने गए।

⚠️ जमुआ पंचायत का मामला भी गंभीर

इसके अलावा, बैरगनिया अंचल के अंतर्गत जमुआ पंचायत में कार्यरत राजस्व कर्मचारी संदीप कुमार को भी निलंबन का सामना करना पड़ा है। जांच में सामने आया कि वे नियमित रूप से पंचायत भवन नहीं आते थे और अतिक्रमण की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की। उनके द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण असंतोषजनक पाया गया, जिस पर सीओ बैरगनिया की अनुशंसा पर निलंबन के साथ-साथ प्रपत्र ‘क’ की प्रक्रिया भी प्रारंभ की गई है।


प्रशासन का सख्त संदेश:

इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकारी कामकाज में लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अन्य कर्मियों के लिए यह एक चेतावनी भी है कि यदि वे भी कार्य से अनुपस्थित पाए गए तो इसी तरह की कठोर कार्रवाई की जा सकती है।

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