राजधानी पटना में मेट्रो सेवा की शुरुआत को लेकर लोग लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। ऐसा लग रहा था कि यह सपना अब साकार होने वाला है, लेकिन अब पटनावासियों को एक बड़ा झटका लगा है। पहले चरण में मेट्रो जहां 5 स्टेशनों तक चलनी थी, अब केवल 3 स्टेशनों पर ही इसकी सेवा शुरू की जाएगी। इसके साथ ही उद्घाटन की तारीख में भी बदलाव किया गया है।
अब 15 नहीं, 23 अगस्त से शुरू होगी सेवा
शुरुआत में मेट्रो का उद्घाटन 15 अगस्त को तय किया गया था, लेकिन तैयारियों में हो रही देरी के कारण अब इसे 23 अगस्त को शुरू किया जा सकता है। यह जानकारी खुद नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश मिश्रा ने दी है। उन्होंने बताया कि मेट्रो संचालन के लिए लगभग सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
पहले चरण में ये तीन स्टेशन होंगे शामिल
पहले चरण में अब सिर्फ तीन स्टेशन – आईएसबीटी (ISBT), जीरो माइल और भूतनाथ पर मेट्रो सेवा उपलब्ध होगी। पहले योजना थी कि मेट्रो मलाही पकड़ी तक जाएगी, जिसमें खेमनीचक भी शामिल था, लेकिन फिलहाल खेमनीचक स्टेशन का काम अधूरा है। अगले एक महीने में तीन और स्टेशन को जोड़े जाने की संभावना है।
6.2 किलोमीटर का प्रायोरिटी कॉरिडोर
मंत्री ने जानकारी दी कि मेट्रो की शुरुआत 6.2 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर से होगी, जिसे दो हिस्सों में शुरू किया जाएगा। जब तक सभी स्टेशन पूरी तरह तैयार नहीं हो जाते, तब तक सेवा सीमित रूप से इन तीन स्टेशनों पर ही चलेगी।
दिल्ली से आएगी सेफ्टी टीम, होगी अंतिम जांच
पटना मेट्रो ट्रैक का कार्य पूरा कर लिया गया है, और इस समय ओवरहेड वायरिंग का काम चल रहा है। जैसे ही यह कार्य पूरा होगा, दिल्ली से सेफ्टी एक्सपर्ट की टीम आएगी, जो सुरक्षा मानकों का निरीक्षण करेगी। उनकी मंजूरी के बाद ट्रायल रन और फिर व्यावसायिक संचालन शुरू होगा।
दिल्ली मेट्रो जैसी होंगी सुविधाएं
मंत्री के अनुसार, पटना मेट्रो स्टेशनों पर दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। स्टेशन परिसरों में वेंडिंग ज़ोन और रेस्टोरेंट जैसी सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं, जिससे यात्रियों को एक बेहतर अनुभव मिल सके।
किराए को लेकर जल्द होगा निर्णय
मेट्रो किराए को लेकर टेंटेटिव प्रस्ताव तैयार है और जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। किराया न्यूनतम और अधिकतम दूरी के आधार पर मेट्रो गाइडलाइन के अनुसार तय किया जाएगा।
साल के अंत तक पूरी सेवा शुरू होने की उम्मीद
पटना मेट्रो का कुल नेटवर्क करीब 32 किलोमीटर लंबा होगा, जिसमें अंडरग्राउंड रूट भी शामिल हैं। मंत्री का दावा है कि वर्ष के अंत तक राजधानी को मेट्रो की पूरी सौगात मिलने लगेगी।