NEWSPR DESK: कोरोना प्रोटोकॉल के कारण इस बार विधानसभा सीटों के नतीजे आने में देरी हो सकती है. चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार मतगणना हॉल के अंदर अधिकतम सात मतगणना टेबल ही लगाने की अनुमति होगी. इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए 3-4 हॉल की जरूरत होगी. चुनाव आयोग के अनुसार मतगणना टेबल पर कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट के केयरिंग केस को लाने के पूर्व सेनेटाइज किया जाएगा. कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट के डी सीलिंग और चुनाव परिणाम को प्रदर्शित करने के लिए प्रत्येक टेबल पर एक कर्मी प्रतिनियुक्त होंगे.
त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है:-
मिली जानकारी के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम इस बार आने में थोड़ी देरी होगी. कोरोना काल में हो रहे चुनाव को लेकर बूथों की संख्या में 45 फीसदी की बढ़ोतरी के कारण सभी बूथों के वोटों की गिनती में थोड़ा अधिक समय लगेगा. आयोग के द्वारा बताया गया कि आयोग ने सभी स्ट्रांग रूम की सख्त सुरक्षा की व्यवस्था की है. आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है.
बड़े पर्दे पर प्रदर्शित करने की व्यवस्था:-
वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, कोई भी उम्मीदवार या दल के प्रतिनिधि इसे देख सकते हैं. चुनाव परिणाम बड़े पर्दे पर प्रदर्शित किया जाएगा. आयोग ने निर्देश दिया है कि बड़े पैमाने पर मतगणना (काउंटिंग) एजेंट को जगह उपलब्ध कराने में कठिनाई हो तो ऐसी स्थिति में कंट्रोल यूनिट के माध्यम से प्रदर्शित होने वाले चुनाव परिणामों को बड़े पर्दे पर प्रदर्शित करने की व्यवस्था की जाएगी.ताकि मतगणना एजेंट को असुविधा नहीं हो.