भागलपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में नगर निगम ने एक और बड़ा कदम उठाया है। अब शहरवासी जरूरी कागजातों के लिए निगम कार्यालय के चक्कर नहीं लगाएंगे, क्योंकि निगम की ओर से जल्द ही एक ऑनलाइन ऐप लॉन्च किया जा रहा है। इस ऐप के ज़रिए नागरिकों को घर बैठे कई सेवाएं मिल सकेंगी, जिससे समय की बचत के साथ-साथ पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
अब डिजिटल मोड में काम करेगा निगम
भागलपुर को स्मार्ट सिटी का दर्जा मिले हुए कई साल हो चुके हैं, लेकिन अब तक शहर पूरी तरह “स्मार्ट” नहीं बन पाया था। नगर निगम दफ्तर में कागजात बनवाने के लिए रोजाना भारी भीड़ लगती थी। कई बार काउंटर पर झड़प और विवाद तक की नौबत आ जाती थी। अब निगम ने इस व्यवस्था को सुधारने के लिए ‘भागलपुर स्मार्ट सिटी’ ऐप तैयार किया है, जो डिजिटल व्यवस्था को मजबूती देगा।
भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम
नई व्यवस्था के लागू होने से भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगने की उम्मीद है। अब लोगों को काम करवाने के लिए किसी बिचौलिये या कर्मचारी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। सारे कागजात और सेवाएं सीधे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से उपलब्ध होंगी।
ऐप से मिलेगी कई सुविधाएं
जानकारी के अनुसार, यह ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा। इसके जरिए नागरिक ट्रेड लाइसेंस, होल्डिंग टैक्स, नक्शा पासिंग समेत अन्य दस्तावेज़ ऑनलाइन बना सकेंगे। निगम का दावा है कि आवेदन करने के सात दिनों के भीतर कागजात तैयार हो जाएंगे। इससे न सिर्फ लोगों का समय बचेगा, बल्कि उन्हें दफ्तरों में लाइन में लगने की झंझट से भी राहत मिलेगी।
पुराने विवादों से मिलेगी मुक्ति
नगर निगम में पहले कई बार कागजात बनाने को लेकर विवाद और देरी की शिकायतें सामने आ चुकी हैं। कई लोग महीनों तक चक्कर लगाने के बाद भी दस्तावेज़ नहीं बनवा पाते थे। अब इस नई ऑनलाइन सुविधा से उन परेशानियों का समाधान हो जाएगा। आने वाले समय में निगम की अन्य सेवाओं को भी धीरे-धीरे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट किया जाएगा।