बिहार सरकार स्वास्थ्य सिस्टम सुधारने का लाख दावा कर ले और इसे लेकर 16 डेज के तहत करोड़ों रुपए खर्च भी किए जा रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है
ऐसा ही मामला देखने को मिला है औरंगाबाद सदर अस्पताल के मॉडल अस्पताल में जहां स्ट्रक्चर के अभाव में सिस्टम दम तोड़ते हुए नजर आ रहा है यही कारण है कि इमरजेंसी मरीजो गोद में उठाकर परिजन चिकित्सकों तक ले जाने को मजबूर है यह तस्वीर ने स्वास्थ्य सिस्टम अवस्था की पोल खोल कर रख दी है |
इस मॉडल अस्पताल में मात्र 2 स्ट्रक्चर के सहारे ही पूरे जिले की मरीजों की व्यवस्था देखी जा रही है बाकी स्ट्रक्चर टूटा पड़ा है जिसे देखने वाला स्वास्थ्य विभाग के कोई अधिकारी नहीं है ऐसे में दूरदराज तथा ग्रामीण इलाके से आने वाली मरीजों में हाहाकार मची है मरीज के परिजनों ने बताया कि इतने बड़े अस्पताल में भी इस तरह की व्यवस्था देखने को मिलेगी तो इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार के द्वारा 16 डेज के तहत जो कार्य कराए जा रहे हैं वह योजना स्वास्थ विभाग के अधिकारियों द्वारा लूट का सूट की योजना बन कर रह गई है