NEWSPR डेस्क। बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 की शुरूआत आज से होने वाली है। इंटर परीक्षा के लिए राज्यभर में 1471 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा 1 फरवरी से 14 फरवरी तक आयोजित होगी। परीक्षा में 13 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।
बता दें कि परीक्षा दो शिफ्ट – सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक और दोपहर 1:45 से शाम 5 बजे तक आयोजित की जाएंगी। छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक मिलेगा। पहली पाली के लिए 9.20 मिनट और दूसरी पाली के लिए 1.35 मिनट तक प्रवेश मिलेगा। परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले दो बार परीक्षार्थी की जांच की जायेगी।
परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र जाने से पहले सभी गाइडलाइंस को जरूर देख लें, जो बिहार बोर्ड ने जार छात्रों के लिए जारी की है।
परीक्षा की गाइडलाइंस
- परीक्षा में छात्र अब जूता-मोजा पहनकर परीक्षा दे सकते हैं। शीतलहर के कारण छात्रों को जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केंद्रों/परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने की अनुमति दी गई है।
- परीक्षा केंद्र पर अपना एडमिट कार्ड साथ जरूर लाएं। प्रवेश पत्र में त्रुटि होने परआधार कार्ड, वोटर आई कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट या बैंक पासबुक से प्रवेश मिलेगा। प्रवेश पत्र गुम हो जाने पर उपस्थिति पत्रक से पहचान की जाएगी। प्रवेश पत्र और उपस्थिति पत्रक से परीक्षार्थी का मिलान किया जायेगा।
- परीक्षार्थी केंद्र पर कम से कम दस मिनट पहले 10 मिनट पहले पहुंचे। पहली पाली के लिए 9.20 मिनट और दूसरी पाली के लिए 1.35 मिनट तक प्रवेश मिलेगा।
- परीक्षा केंद्र में कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स लेकर नहीं जाना है।
- परीक्षा हॉल में दूसरे परीक्षार्थी से बातचीत किया तो निष्कासित होंगे।
- परीक्षा के दौरान अतिरिक्त उत्तरपुस्तिका नहीं मिलेगी।
7 ओएमआर पर व्हाइटनर, इरेजर, नाखून, ब्लेड आदि का इस्तेमाल करने पर ओएमआर रद्द हो जायेगा
8 परीक्षा शुरू होने के एक घंटे तक बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी
- उत्तरपुस्तिका के पहले पन्ने के बायीं तरफ केवल विषय का नाम और उत्तर देने का माध्यम छात्रों द्वारा भरा जाएगा। वहीं प्रश्न पत्र के सेट कोड को उत्तर पुस्तिका में नीले या काले बॉल पेन से भरा जाना है। उत्तर पुस्तिका के दाहिने भाग में प्रश्न पत्र सेट कोड को बॉक्स में भरा जाएगा।
- इसके अलावा प्रश्न पत्र क्रमांक और छात्र अपना पूरा नाम और विषय का नाम लिख कर वहीं हस्ताक्षर करना है। बीच बार भाग को परीक्षार्थी छोड़ देंगे, क्योंकि यह भाग परीक्षक द्वारा भरा जाएगा। उत्तरपुस्तिका पर परीक्षार्थी का हस्ताक्षर नहीं रहेगा तो ओएमआर रद्द हो जाएगा।
- मास्क लगाकर ही परीक्षा केंद्र पर प्रवेश मिलेगा। मास्क में ही परीक्षा देनी होगी। परीक्षा केंद्र में सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करना होगा। कक्षाओं के बाहर हैंड सेनेटाइजर भी रखा जायेगा। वहीं, हर छात्र को मास्क या फेस कवर पहन कर ही परीक्षा देना है।
- बिहार बोर्ड ने इंटर परीक्षा में दिव्यांग छात्रों को प्रति घंटा 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया है। दिव्यांग परीक्षार्थियां की सुविधा के लिए बैठने की व्यवस्था हर केंद्र पर ग्राउंड फ्लोर पर की गई है। जिन छात्रों को राइटर की सुविधा चाहिए, उन्हें डीईओ कार्यालय से संपर्क करना होगा।
- छात्र हित को ध्यान में रखते हुए इस बार भी सौ फीसदी अतिरिक्त प्रश्नों का विकल्प दिया जाएगा। छात्र जितने प्रश्न का उत्तर देंगे, उसके दोगुने संख्या में प्रश्न पूछे जायेंगे। छात्र आराम से परीक्षा दें।
- इंटर परीक्षा के दौरान हर केंद्र पर प्रत्येक परीक्षार्थी की तीन बार जांच की जायेगी। दो बार केंद्र परिसर में और एक बार वीक्षक द्वारा कक्षा में परीक्षा शुरू होने के पहले जांच की जाएगी।
- सभी वीक्षकों द्वारा छात्रों की तलाशी ली जायेगी। अगर चिट-पूर्जा मिलता है तो उसे निकाल कर बाहर फेंका जायेगा। पूरी तलाशी लेने के बाद वीक्षकों द्वारा घोषणा पत्र भरा जायेगा, जिसमें वीक्षक हर छात्र की तलाशी लेने और चिट नहीं होने की जानकारी देंगे। परीक्षा केंद्र के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे के अलावा वीडियोग्राफी की जायेगी।
- हर केंद्र पर सर्दी-जुकाम से पीड़ित छात्रों के लिए अलग कक्षा होगा। इस कक्षा में वह परीक्षार्थी बैठकर परीक्षा देंगे जिनका टेंपरेचर सामान्य से अधिक होगा और वह सर्दी-जुकाम से पीड़ित होंगे।
- वीक्षक ओएमआर, उत्तर पत्रक एवं उत्तर पुस्तिका पर किये गये हस्ताक्षर एवं छात्र के द्वारा ओएमआर उत्तर पत्रक एवं उत्तर पुस्तिका में निर्देशित स्थान पर दिये गये निर्देश के अनुसार प्रश्न-पत्र क्रमांक को देखकर प्रश्न पत्र का वितरण करेंगे।
- बोर्ड की मानें तो केंद्र के हर कक्षा के ब्लैक बोर्ड पर कदाचार मुक्त परीक्षा के नियमों की जानकारी दी जायेगी। इसमें स्पष्ट लिखा रहेगा कि कदाचार करते लिप्त पाये गये तो बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के तहत कार्रवाई की जायेगी। वहीं बरामदे के दीवार और पंडाल में भी जगह-जगह यह हिदायत लिख कर चिपकाया जाएगा। किसी भी परीक्षा केंद्र पर वीक्षक के अलावा किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
- प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक होंगे। एक कक्षा में न्यूनतम दो वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति केंद्राधीक्षक करेंगे।
- सामूहिक कदाचार होने पर नियमानुसार उस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी जायेगी। परीक्षा के दौरान किसी भी परीक्षार्थी को केंद्र छोड़ने की अनुमति नहीं दी जायेगी।