NEWSPR डेस्क। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नीति आयोग की रिपोर्ट पर बेरूखी दिखाते हुए रिपोर्ट के अध्यन को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि आयोग जिस विषय पर कार्य रहा हो। मैं तो नीति आयोग में कौन लोग काम करते हैं, अबकी बार जाऊंगा तो पूछूंगा। सारे देश को अगर वह एक ही मानकर चल रहे हैं तो यह तो विचित्र बात है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पहले बिहार के हेल्थ की स्थिती क्या थी और अब क्या है।
सीएम ने कहा कि नीति आयोग को पता है की हमलोग पीएमसीएच को कितने बड़े अस्पताल के रूप में कन्वर्ट कर रहे हैं। देश में ऐसा अस्पताल नहीं है। 5400 बेड का अस्पताल बनने का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री के जन्मदिन को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर 33 लाख टीकाकरण किया गया। गांधी जयंती पर 30 लाख का टीकाकरण किया गया लेकिन काम भी देखना चाहिए। यह एक्चुअल अध्ययन नहीं है। इसका उत्तर भी जायेगा। आयोग को स्पष्ट तौर पर अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने कहा की कभी मीटिंग होगी तो हम जरुर कहेंगे।
2006 में फ़रवरी तक हमलोगों ने सर्वेक्षण करा लिया। हमलोग भी क्षेत्र में घूमते थे। हर गरीब परिवार को भोजन से ज्यादा इलाज पर खर्च है। फिर भी इलाज नहीं होता था। यहां के अस्पतालों में कम लोग जाते थे। उन्होंने कहा की बिहारशरीफ के अस्पताल में कुत्ता बैठा रहता था। अब कितने अस्पताल बढे। कितने मेडिकल कॉलेज बढ़े। उन्होंने कहा कि पीएमसीएच से लेकर एम्स तक लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया। राज्य में और भी स्वास्थ्य को बेहतर करने के तरीके पर रणनीति चल रही है।