बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने राज्यभर में सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। आयोग के निर्देश पर पुलिस, आबकारी, आयकर, नारकोटिक्स और अन्य केंद्रीय एजेंसियां संयुक्त रूप से अभियान चला रही हैं, ताकि मतदाताओं को किसी भी तरह के लालच या दबाव से मुक्त मतदान का माहौल मिल सके।
अब तक 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की जब्ती
आयोग की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक ₹100.79 करोड़ से अधिक की नकदी, शराब, नशीले पदार्थ और उपहार सामग्री जब्त की जा चुकी है।
इनमें शामिल हैं —
- ₹39.72 करोड़ की शराब
- ₹21.16 करोड़ के नशीले पदार्थ
- ₹9.11 करोड़ नकद
- ₹5.72 करोड़ की कीमती धातुएं
- ₹25.09 करोड़ मूल्य के उपहार
यह कार्रवाई चुनाव आयोग की “जीरो टॉलरेंस” नीति को दर्शाती है, जिसके तहत किसी भी तरह की अवैध गतिविधि या मतदाताओं को प्रभावित करने के प्रयास पर सख्त रोक लगाई जा रही है।
राज्यभर में तेज जांच अभियान
आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ ही बिहार के सभी जिलों में फ्लाइंग स्क्वाड, चेक पोस्ट और निगरानी टीमें सक्रिय कर दी गई हैं।
केवल 31 अक्टूबर 2025 को ही 1.19 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी, शराब और ड्रग्स जब्त किए गए।
इन टीमों का मुख्य उद्देश्य है — पैसे, शराब या उपहारों के जरिए वोटरों को लुभाने की हर कोशिश को रोकना।
कानून व्यवस्था पर भी सख्ती
सिर्फ आर्थिक मामलों पर नहीं, आयोग ने सुरक्षा और शांति व्यवस्था पर भी पूरा ध्यान केंद्रित किया है।
- अब तक 20,000 से अधिक गैर-जमानती वारंट निष्पादित किए जा चुके हैं।
- 953 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कई पर NSA और NDPS जैसे कड़े कानूनों के तहत कार्रवाई की गई है।
- राज्यभर में 1,049 चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहाँ लगातार निगरानी की जा रही है।
- साथ ही 666 अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं।
जिलों को मिले सख्त निर्देश
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) के कार्यालय ने सभी डीएम और एसपी को निर्देश दिया है कि हर शिकायत पर तत्काल कार्रवाई हो और मतदाताओं को सुरक्षित वातावरण दिया जाए।
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह अभियान मतदान प्रक्रिया पूरी होने तक जारी रहेगा और लोकतंत्र की पवित्रता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
जनता से अपील – जागरूक बनें, निष्पक्ष चुनाव में सहयोग दें
चुनाव आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय प्रशासन या चुनाव हेल्पलाइन को दें।
वोट के बदले किसी तरह का प्रलोभन या उपहार स्वीकार न करें और अपने मतदान के अधिकार का स्वतंत्र रूप से प्रयोग करें।