बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल अपने चरम पर है। पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख में अब सिर्फ 5 दिन बचे हैं, लेकिन अब तक महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। दोनों ही गठबंधन—एनडीए और महागठबंधन—उम्मीदवारों के चयन और सीटों के वितरण पर गहन मंथन में जुटे हैं। इसी बीच, दिल्ली में आज बिहार की राजनीति को लेकर बड़े फैसले होने की उम्मीद है।
दिल्ली में सियासी बैठकों की हलचल
आज राजधानी दिल्ली में दो महत्वपूर्ण घटनाएं होने जा रही हैं।
पहली — भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक बुलाई गई है, जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर अंतिम मुहर लगाई जा सकती है।
दूसरी — कांग्रेस नेता राहुल गांधी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच मुलाकात तय है, जिससे महागठबंधन में सीट बंटवारे पर निर्णय निकलने की संभावना जताई जा रही है।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, अगले 24 घंटे में दोनों ही गठबंधन अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप दे सकते हैं।
बीजेपी में गहमागहमी
शुक्रवार देर रात तक दिल्ली स्थित बिहार प्रभारी विनोद तावड़े के आवास पर भाजपा नेताओं की अहम बैठक चली। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय मौजूद रहे।
इसके बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा की CEC की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, बीएस येदियुरप्पा, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में उम्मीदवारों की पहली सूची को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा और आज शाम तक पार्टी की पहली लिस्ट जारी हो सकती है।
उम्मीदवारों की सूची पर अंतिम फैसला
पटना में बीते कुछ दिनों से भाजपा चुनाव समिति की लगातार बैठकें चल रही थीं, जिनमें हर विधानसभा सीट से तीन-तीन संभावित उम्मीदवारों के नामों का पैनल तैयार किया गया था। ये सूची अब केंद्रीय चुनाव समिति को सौंप दी गई है।
CEC की बैठक में अब हर सीट के लिए एक नाम पर मुहर लगाई जाएगी।
जानकारी के अनुसार, भाजपा और उसके सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अंतिम सहमति बन चुकी है, और अब औपचारिक घोषणा मात्र बाकी है।