बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य को ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि मिली है। बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने भागलपुर जिले के पीरपैंती में बनने वाले 2400 मेगावाट क्षमता वाले बिजली घर को मंजूरी दे दी है। बुधवार को हुई सुनवाई में आयोग ने बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड की याचिका स्वीकार करते हुए बिजली खरीद की अनुमति प्रदान की।
अदाणी पावर करेगी निर्माण
इस परियोजना के तहत 800-800 मेगावाट की तीन इकाइयां स्थापित की जाएंगी। इसका निर्माण अदाणी पावर लिमिटेड करेगी। तय दर के मुताबिक बिहार को यहां से 6.075 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध होगी। यह राज्य की अब तक की सबसे बड़ी निवेश परियोजना बताई जा रही है।
पीएम मोदी करेंगे शिलान्यास
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को पूर्णिया दौरे के दौरान इस बिजली घर की आधारशिला रख सकते हैं। राज्य सरकार चाहती है कि विधानसभा चुनाव से पहले इस मेगा प्रोजेक्ट की नींव रख दी जाए।
राज्य का सबसे बड़ा पावर प्लांट
ऊर्जा, योजना और विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने बताया कि पीरपैंती बिजली घर बिहार की अब तक की सबसे बड़ी परियोजना होगी। इससे राज्य की बिजली आवश्यकताओं को काफी हद तक पूरा किया जा सकेगा।
बिजली अधिनियम के मुताबिक किसी भी नई परियोजना के निर्माण और बिजली खरीद के लिए आयोग की मंजूरी जरूरी होती है। आयोग के अध्यक्ष आमिर सुबहानी और सदस्यों अरुण कुमार सिन्हा व पीएस यादव की तीन सदस्यीय बेंच ने बिहार की भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को देखते हुए इस पर सहमति जताई।