NEWSPR डेस्क। दिल्ली में आज बिहार के सीएम सहित 10 प्रतिनिधिमंडलों की प्रधानमंत्री मोदी से जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर बड़ी बैठक हुई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 11 बजे PMO पहुंच गए थे। इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री एवं प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रधानमंत्री मोदी से जातीय जनगणना को लेकर चर्चा की गई। वहीं बातचीत खत्म होने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हमें गंभीरता से सुना है। हम सब ने वहां जातीय जनगणना को लेकर अपनी अपनी बात रख दी है। पीएम मोदी इसे लेकर जल्द अपना फैसला सुनाएंगे। हमें उम्मीद है कि वह इसके पक्ष में फैसला देंगे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हमारी बात को नकारा नहीं और हमने उन्हें इस मुद्दे पर जल्द फैसला लेने को कहा है।
वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मीडिया से मुखातिब हुए और कहा कि ये मीटिंग बेहद जरुरी थी। हमने गंभीरता से प्रधानमंत्री जी को सभी बातों से अवगत कराया है। उम्मीद है कि वो इसके पक्ष में फैसला लेंगे।
इस मुलाकात में सीएम नीतीश के साथ जीतन राम मांझी, विजय चौधरी, अजीत शर्मा पहुंचे तेजस्वी यादव, महबूब आलम, सूर्यकांत पासवान पहुंचे अजय कुमार, अख्तरुल इमाम, मुकेश सहनी भी मौजूद रहे। बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री जातीय जनगणना को लेकर कई समय से जोर दे रहे। उनका कहना है कि बिहार समेत पूरे देश की जनता इस बारे में सोचती है। इसे जल्द से जल्द यदि पूरा किया जाए तो यह सभी लोगों के लिए हितकारी होगा। उन्होंने पहले ही कह दिया था कि यदि केंद्र इस पर अमल नहीं करेगी तो राज्य खुद ही अपना कार्य कर लेगा।
राजद के नेता तेजस्वी यादव ने भी कहा था कि जातीय जनगणना जरूरी है। वहीं मुलाकात से पहले ही नीतीश कुमार सहित अन्य नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना जताई थी। नेताओं का कहना था कि बातचीत के बाद ही आगे का रास्ता निकलेगा। देश में पहली बार 1881 में जनगणना हुई थी। अभी तक देश में 90 साल से पुरानी जनगणना चली आ रही है और आखिरी बार 1931 में जनगणना की गई थी।