NEWSPR डेस्क। बिहार सरकार के एक मंत्री ने आज एक ऐसा सराहनीय कार्य किया है। जिसे जानने व सुनने के बाद आप ये जरूर कहेंगे की वाह मंत्री जी वाह। आज बिहार सरकार के भाजपा कोटे के मंत्री जनक चमार ने अति सराहणीय कार्य किया है। मंत्री ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए आज से तीस पैतीस साल पहले एक गायब हुए बच्चे को चंद मिनटों मे पता लगाकर व उसे अपनी अभिरक्षा में लेकर उसके बूढ़े बाप व भाइयों को सौंप दिया। जिससे उनके परिवार में खुशियों की लहर दौड़ उठी।
दरअसल आज बिहार सरकार के खनन व भूतत्व् मंत्री जनक चमार मोतिहारी के भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अखिलेश सिंह के घर पर एक निजी कार्यक्रम मे आए हुए थे। उसी समय मोतिहारी के अजगरी गांव निवासी रघुनाथ साह वहां पहुंचे और मंत्री के सामने हाथ जोड़ कर खड़े हो गए। मंत्री ने एक बुजुर्ग व उसके परिजनों को अपने सामने देख कर अपना सारा काम छोड़कर उनसे उनकी परेशानी का कारण पूछा। फिर उस बेबस बाप ने अपनी व्यथा मंत्री को बताया। कहा कि उनका पुत्र जो मुक बधिर है और आज से लगभग तीस-पैतीस साल पहले गायब हो गया था वो गोपालगंज के एक होटल संचालक के कब्जे में है।
दुकानदार अपनी दबंगई दिखलाकर उनके बेटे को अपने पास रखा है और उसे उसके परिजनों को नही सौंप रहे। बूढ़े बाप ने मंत्री को बताया कि उनका बेटा आज से कई साल पहले गायब हो गया था और आज से कुछ दिन पहले थावे मंदिर से लौटने के बाद उनलोगो ने अपने बेटे की पहचान की और उनके बेटे ने भी अपने परिजनों की पहचान की लेकिन जब होटल संचालक को ये बात पता चला तो उसने इनलोगो को वहां से मारपीट कर भगा दिया। उसके बाद वे लोग डर के मारे वहां से चले आये और कई बार अपने बेटे को लेने गए लेकिन होटल संचालक की दबंगई के कारण उनका बेटा उनको नही मिल सका।
मंत्री ने ऐसी बात सुनते ही तुरंत एक्शन मे आए और अपने कार्यकर्ताओं को उक्त होटल में भेजा और तुरंत उस मूक बधिर बच्चे को अपनी अभिरक्षा मे करवा लिया और उस बच्चे का फोटो अपने मोबाइल में मंगवाकर उसके परिजनों से उसकी पहचान करवाई और परिजनों ने अपने जिगर के टुकड़े को पहचान लिया। फिर क्या था मंत्री ने बच्चे के पिता को ये आश्वशन दिया कि आपका बेटा आपके पास रहेगा और उस होटल संचालक को उसकी करनी की सजा मिलेगी। मंत्री की बातें सुन गायब बच्चे के पिता व उसके भाइयों के आँखों मे आंसु आ गए और उनलोगों ने मंत्री का शुक्रिया किया।
मोतिहारी से धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट