NEWSPR DESK- PATNA- बिहार के 13 जिलों में कोसी नदी के रौद्र रूप का लगातार प्रभाव देखने को मिल रहा है। इन जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है, और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालांकि, राज्य सरकार की ओर से स्थिति को नियंत्रित करने और लोगों का जीवन सामान्य बनाने के प्रयास जारी हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं।
ताकि बाढ़ पीड़ितों को जल्द से जल्द सहायता पहुंचाई जा सके। बाढ़ से प्रभावित ज्यादातर लोग उन तटबंधों के पास जाकर बसे थे, जिन्हें आमतौर पर पानी का प्रभाव क्षेत्र माना जाता है। ऐसे क्षेत्रों में लोगों के पुनर्वास और सुरक्षा के लिए भी विशेष कदम उठाए जा रहे हैं।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को तेजी से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
मंत्री ने यह भी बताया कि आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। सरकार द्वारा बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि किसी को भी चिकित्सा सेवाओं की कमी का सामना न करना पड़े।
जहां लोगों के घर बार और खाने-पीने के सारे सामान बाढ़ के सैलाब में बह गए हैं। मंगल पांडेयय ने बताया कि सरकार की तरफ से बाढ़ग्रस्त इलाके में कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गई है।
मंगल पांडेयय ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए इस बात की जानकारी दी कि सरकार की तरफ से सभी तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। बाढ़ ग्रस्त इलाके में लोगों को सिर छुपाने के लिए तिरपाल की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा सरकार की तरफ से नाव भी चलाई जा रही है। ताकि बाढ़ में फंसे लोगों को निकाला जा सके। मंगल पांडेयय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर तमाम अधिकारी बाढ़ की इस त्रासदी से निपटने के लिए लगे हुए हैं।