Patna Desk: बिहार में लॉकडाउन का लगना सफल बताया जा रहा है. क्योंकि जब से सरकार ने बिहार में लॉकडाउन लगाया है तब से संक्रमण की रफ्तार में गिरावट देखी गई है. जिसके बाद संक्रमण में कमी को देखते हुए बिहार सरकार राहत की सांस ले रही है. लेकिन देश सहित बिहार के लिए एक और घबराने की बात ये है कि अब ब्लैक फंगस अपना पैर धीरे-धीरे पसारता हुआ नजर आ रहा है. और सरकार को अब कोरोना के साथ साथ ब्लैक फंगस पर ध्यान देने की जरुरुत है.
इसके अलावा टीकाकरण को गति देने के लिए भी सरकार ने योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि इसी को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में 45 वर्ष से ऊपर के लोगों में वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए टीका एक्सप्रेस चलाया जा रहा है, जिससे एक दिन में हर वाहन को अधिकतम 200 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने टीकाकरण को लेकर क्या कुछ मुख्य बातें कही वो जानते हैं…
- राज्य में लाॅकडाउन का खासा असर देखने को मिल रहा है. लाॅकडाउन और बेहतर चिकित्सकीय प्रबंधन के कारण जहां संक्रमितों की संख्या में कमी आ रही है, वहीं काफी संख्या में लोग कोरोना को मात देकर अपने घर में स्वस्थ जीवन जी रहे हैं. बावजूद इसके सरकार कोरोना और ब्लैक फंगस जैसी महामारी से निपटने के लिए दीर्घकालीन योजना पर काम कर रही है.
- इसके लिए अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने के साथ-साथ उसे आवश्यक उपकरणों से भी सुसज्जित किया जा रहा है, ताकि आने वाले समय में ऐसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का और बेहतर उपचार हो सके. कोरोनाकाल में राज्य में लगभग 4250 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 1150 बाइपैप और 750 से अधिक वेंटिलेटर अस्पतालों में उपलब्ध कराये गये हैं.
- ग्रामीण क्षेत्रों में 45 वर्ष से अधिक लोगों के वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए टीका एक्सप्रेस चलाया जा रहा है, जिससे एक दिन में हर वाहन को अधिकतम 200 लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में निःशुल्क आरटीपीसीआर जांच के लिए मोबाइल वैन भी भ्रमण कर रहा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को 24 घंटे में परिणाम मिल सकेगा.
- 10 दिनों में संक्रमण दर में भारी गिरावट आयी है. पहले जहां कोरोना मरीजों आंकड़ा प्रतिदिन 15 हजार पार कर गया था, वहीं लाॅकडाउन लगने के बाद मरीजों की संख्या 3 हजार के करीब आ गया है. इसके लिए राज्य की जनता धन्यवाद की पात्र है. जिन्होंने लाॅकडाउन का पालन कर राज्य को कोरोनामुक्त करने की दिशा में अपनी एकजुटता दिखायी.
- राज्यवासियों की सक्रियता और जागरूकता का ही परिणाम है कि संक्रमण दर करीब 2 फीसदी के करीब आ गया है, तो रिकवरी रेट करीब 94 फीसदी तक पहुंच गया है. सरकार के बेहतर प्रयासाों और लोगों के सहयोग एवं जागरूकता से स्वास्थ्य विभाग कोरोना को मात देने की दिशा में सफल हो रहा है.
- स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राज्यवासियों से अपील कर कहा कि वे सरकार द्वारा लाॅकडाउन को लेकर जारी दिशा-निर्देशों का पूर्व की तरह पालन कर कोरोना को भगाने में सरकार का साथ दें. दो गज की दूरी को जरूरी समझ मुंह पर मास्क अवश्य लगायें, ताकि संक्रमण से बचाव हो सके.साथ ही पहला डोज ले चुके लोग तय समय पर कोरोना टीका का दूसरा डोज भी अवश्य लें. वहीं 18 से अधिक आयु वर्ग के लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में टीका लें, ताकि शरीर में एंटी बाॅडी कोरोना से लड़ने के लिए बन सके.