जम्मू-कश्मीर में देश की रक्षा करते हुए बिहार के लाल मोहम्मद इम्तियाज ने अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी शहादत की खबर सामने आते ही बिहार समेत पूरे देश में शोक की लहर फैल गई। सोमवार को शहीद मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पटना लाया गया, जहां पटना एयरपोर्ट पर उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई। इस अवसर पर बिहार सरकार के कई मंत्री, सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के अनेक नेता मौजूद थे।शहीद के बेटे का बयान सभी की आंखें नम कर गया। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने पिता पर गर्व है और वह चाहते हैं कि पाकिस्तान को इतनी कड़ी सजा दी जाए कि आगे चलकर कोई और बच्चा अपने पिता को इस तरह न खोए।
बेटे ने बताया कि उन्हें पहले यह सूचना मिली थी कि उनके पिता का पैर टूट गया है, जिसके बाद वह परिवार सहित छपरा से जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना हुए। लेकिन जम्मू पहुंचने के बाद उन्हें अपने पिता से मिलने का मौका नहीं मिला और बाद में पता चला कि उनके पिता वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं।उन्होंने यह भी बताया कि जम्मू में सम्मान समारोह संपन्न होने के बाद वे दिल्ली गए और वहां से आज पटना पहुंचे। भावुक होकर बेटे ने कहा, “मुझे अपने पिता पर गर्व है और मैं चाहता हूं कि देश उनके बलिदान को कभी न भूले।”