बिहार सरकार ने डेयरी उद्योग को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन में अब एक अत्याधुनिक मिल्क पाउडर प्लांट की स्थापना की जाएगी, जिसकी कुल लागत 69.66 करोड़ रुपये होगी। यह प्लांट प्रतिदिन 30 मीट्रिक टन मिल्क पाउडर का उत्पादन करेगा और जल्द ही इसका निर्माण कार्य शुरू होने वाला है।
शाहाबाद दुग्ध संघ को सौंपी गई जिम्मेदारी
यह प्लांट बिहार स्टेट मिल्क को-ऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (COMFED) के तहत कार्य करेगा और इसका संचालन शाहाबाद दुग्ध संघ द्वारा किया जाएगा, जो रोहतास, भोजपुर, बक्सर और कैमूर जिलों में कार्यरत है। इस परियोजना से इन चार जिलों के लाखों डेयरी किसानों को सीधा फायदा पहुंचेगा।
किसानों को मिलेगा स्थानीय स्तर पर बड़ा फायदा
अब तक किसानों को अपने दूध को प्रोसेस कराने के लिए शहरों या निजी कंपनियों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे लागत बढ़ती थी और उचित दाम भी नहीं मिल पाते थे। लेकिन इस प्लांट के बनने से किसानों को अपने ही जिले में दूध की प्रोसेसिंग और बिक्री की सुविधा मिलेगी। इससे न केवल उन्हें बेहतर मूल्य मिलेगा, बल्कि परिवहन खर्च भी बचेगा।
12 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादकों को मिलेगा सीधा लाभ
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस मिल्क पाउडर प्लांट से शाहाबाद क्षेत्र के करीब 12 लाख दूध उत्पादकों को सीधा लाभ पहुंचेगा, जिनमें 2.5 लाख महिलाएं भी शामिल हैं। इससे महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सशक्तिकरण को मजबूती मिलेगी।
रोजगार और पलायन रोकने में मददगार
इस परियोजना से तकनीकी, प्रबंधन और संचालन के क्षेत्र में भी नए रोजगार के अवसर बनेंगे। खासतौर पर स्थानीय युवाओं को काम के मौके मिलेंगे, जिससे पलायन की दर में कमी आएगी। यह प्लांट न केवल डेयरी क्षेत्र, बल्कि समूची स्थानीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देगा।
बिहार बना डेयरी क्षेत्र में अग्रणी राज्य
COMFED के अनुसार, बिहार में दूध उत्पादन में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। जहां 2005 में प्रतिदिन 4 लाख लीटर दूध का उत्पादन होता था, वहीं अब यह आंकड़ा बढ़कर 20 लाख लीटर प्रतिदिन तक पहुँच चुका है। यह नया प्लांट इस विकास को और गति देगा।
सुधा ब्रांड को मिलेगी नई ताकत
‘सुधा’ ब्रांड पहले ही बिहार, झारखंड, दिल्ली और पूर्वोत्तर भारत में लोकप्रिय है। डेहरी के इस प्लांट के जरिए इस ब्रांड की आपूर्ति श्रृंखला और भी सुदृढ़ होगी। वहीं, किसानों को प्रशिक्षण, सब्सिडी और ऋण जैसी सुविधाएँ पहले से सासाराम स्थित डेयरी विकास कार्यालय द्वारा दी जा रही हैं।
रोहतास बनेगा डेयरी मानचित्र का नया केंद्र
इस परियोजना के माध्यम से रोहतास जिला न सिर्फ बिहार बल्कि देश के डेयरी मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान हासिल करेगा। इससे पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने की उम्मीद है।