मुंगेर जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर खड़गपुर अनुमंडल का तेघड़ा गांव जहां पिछले दिनों कई मृत कौवे पाए गए थे और इन मृत कौवे के सैंपल को जांच के लिए भोपाल लैब भेजा गया था । भोपाल लैब में जांच के बाद इन कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। रिपोर्ट आने के बाद जिला पशु पालन विभाग सतर्क हो गया है और तुरंत एक्शन लेते हुए विभाग की पांच सदस्यीय टीम गांव पहुंची। प्रभावित इलाके मे पशु पालन विभाग की टीम द्वारा कैमिकल का छिड़काव किया जा रहा है । वहीं उसी बगीचा और आसपास कुछ और मृत कौवा पाए गए हैं। उन्हें गड्ढे में डालकर नमक और चूना डालकर नष्ट किया गया। आपको बतादे कि तेघड़ा गांव में 10 मार्च को मृत कौवे मिलने की सूचना मिली थी। जिसके बाद जिला पशु पालन पदाधिकारी ने टीम भेजकर सैंपल लिया। जांच के लिए पहले पटना और फिर भोपाल भेजा गया। मंगलवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. कमलदेव के निर्देश पर टीम ने प्रभावित बगीचे और आसपास के इलाके में छिड़काव शुरू किया।
कौआ में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद ग्रामीणों में दहशत है। टीम लगातार छिड़काव कर रही है। मंगलवार को भी कई मृत कौवे मिले । सहायक कुक्कुट पदाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि बर्ड फ्लू एपिसेंटर से तीन किलोमीटर के दायरे में कैमिकल का छिड़काव जारी रहेगा। पोल्ट्री फार्म और पक्षियों के आने-जाने वाले स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। साथ ही बताया कि पोल्ट्री का ब्लड सिरम जांच के लिए भेजा गया था, लेकिन वह निगेटिव आया है। उन्होंने लोगों से घबराने की जरूरत नहीं होने की बात कही। साथ ही सलाह दी कि चिकन और अंडे को अच्छी तरह पकाकर ही खाएं। हालांकि विभाग ने 1 किलो मीटर के रेडियस में संचालित पोल्ट्री फार्म संचालक को एतिहात बरतने को कहा है,चूजा फिलहाल नहीं गिराने और आयात निर्यात पर परहेज करने को कहा है।