भागलपुर समाज में जहाँ अक्सर बेटी के जन्म को लेकर उदासी देखने को मिलती है वहीं कहलगांव के पिंटू सिंह और उनकी पत्नी रितु कुमारी ने यह साबित कर दिया कि आज भी बेटी को लक्ष्मी का दर्जा दिया जाता है।तीन दिन पहले भागलपुर के एक निजी अस्पताल में रितु कुमारी ने बेटी को जन्म दियापहले से भी एक बेटी की माँ रितु ने खुशी जाहिर करते हुए कहा बेटियाँ परिवार का गर्व होती हैं मैं अपनी बेटी को पढ़ा-लिखाकर ऑफिसर बनाऊंगी पति पिंटू सिंह ने भी अपनी खुशी का अनोखा अंदाज़ दिखाया। उन्होंने गाड़ी को फूल-मालाओं और सजावट से सुसज्जित किया और पूरे परिवार के साथ धूमधाम से अपनी नन्हीं परी को गाँव लेकर लौटे।
पिंटू ने कहा आज भी लोग बेटी होने पर निराश हो जाते हैं लेकिन हमारे लिए यह सौभाग्य है। बेटी लक्ष्मी का रूप होती है और हम बेहद खुश हैं।रितु की सास रूबी देवी ने भी पोती के जन्म को परिवार का सौभाग्य बताया उन्होंने कहा आजकल सुनते हैं कि लोग बेटी को जन्म के बाद छोड़ देते हैं, लेकिन हमारे लिए पोती लक्ष्मी है और हम सब बेहद खुश हैं गौरतलब है कि रितु कुमारी एक सरकारी विद्यालय में शिक्षिका हैं। परिवार का यह कदम न सिर्फ समाज में सकारात्मक संदेश देता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बेटियाँ आज भी घर की रौनक और समृद्धि का प्रतीक मानी.