बीजेपी ने मनायी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती

Sanjeev Shrivastava


धनंजय कुमार, गोपालगंज
गोपालगंज: ज़िला भाजपा कार्यालय पर जनसंघ के संस्थापक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती सोमवार को धूमधाम से मनायी गयी। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मात्र ३४ वर्ष की आयु में मुखर्जी कोलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बने। नेहरू जी के मंत्रिमंडल में महात्मा गांधी के सलाह पर उन्हें मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया। नेहरू मंत्रिमंडल में तीन ग़ैर कांग्रेसी मंत्री के रूप में उनके साथ बाबा साहब भीमराव रामजी अम्बेडकर के साथ उन्होंने शपथ लिया। उनके प्रयास से ही वर्तमान पश्चिम बंगाल और पंजाब आज भारत के अभिन्न अंग है। नेहरू सरकार की कश्मीर पर ग़लत नीति और तुष्टिकरण के विरोध में डॉ मुखर्जी ने मंत्री पद को ठुकरा दिया और भारतीय जनसंघ की स्थापना की। कश्मीर के मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री का नाम, दूसरा झंडा और विशेष राज्य के दर्जे का विरोध करते हुए मुखर्जी ने दो निशान, दो प्रधान, दो विधान नहीं चलेगा, का नारा दिया और पूरे देश में आंदोलन छेड़ दिया। कुछ ही दिनों बाद कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री शेख़ अब्दुल्ला ने कश्मीर जाने हेतु परमिट की व्यवस्था दी, जिसका विरोध करते हुए वे कश्मीर गए जहां उनकी हत्या हुई और उन्होंने कश्मीर के लिए अपना बलिदान दिया ।

उन्होंने कहा कि आज नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से धारा ३७० और ३५A हटा कर डॉक्टर श्यामा पार्षद मुखर्जी को सच्ची श्रधांजलि दी और आज कश्मीर में पूर्ण रूप से भारतीय क़ानून लागू हो चुका है। इस अवसर पर ज़िला उपाध्यक्ष प्रकाश लाल श्रीवास्तव, ज़िला महामंत्री राजेश सहनी, ज़िला मीडिया प्रभारी चंद्रमोहन पांडेय, कार्यालय मंत्री अवधेश श्रीवास्तव, मंडल अध्यक्ष दीपक साह, बूथ अध्यक्ष अवधेश सिंह, बूथ महामंत्री नागेंद्र पांडेय, अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री संजीत राम, युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सानु सिंह, शशि कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।

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